जीते हुए विधायक सरकार बनाने रांची रवाना
पश्चिमी सिंहभूम जिले के सभी पांच विधानसभा सीटों पर इंडिया गठबंधन के प्रत्याशियों की जीत हुई है। जीत के बाद सभी नवनिर्वाचित विधायक रांची रवाना हो गए। वहीं, हारने वाले प्रत्याशी बूथ वाइज वोट की समीक्षा...
चक्रधरपुर, संवाददाता । पश्चिमी सिंहभूम जिले के पांचों विधानसभा सीट पर इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी की जीत हुई है। जीत के बाद इंडिया गठबंधन के सभी नवनिर्वाचित विधायक सरकार गठन में हिस्सा लेने के लिए रांची रवाना हो गए। वहीं हारे हुये प्रत्याशी और उनके समर्थक रविवार को दिन भर बूथ वाइज वोट की समीक्षा करते हुये नजर आये। रविवार तड़के सुबह चाईबासा के नवनिर्वाचित विधायक सह मंत्री दीपक बिरुवा, मझगांव के विधायक निरल पूर्ति, जगन्नथपुर के विधायक सोना राम सिंकू, चक्रधरपुर के विधायक सुखराम उरांव और मनोहरपुर के विधायक जगत मांझी रांची रवाना हो गए। वहीं रविवार को हारे हुये प्रत्याशी और उनके समर्थक बूथ वाइज वोट की समीक्षा करते नजर आये और उन्हें किस बूथ पर कितना वोट मिला और किस बूथ पर कम वोट मिला और कारणों की तलाश करते नजर आये।
चुनाव परिणाम से साथ ही लोगों के लाखों रुपये के हो गए बारे न्यारे
23 नवंबर को चुनाव परिणाम की घोषणा हो गई है और पश्चिमी सिंहभूम जिले के सभी सीटों पर इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी ने जीत दर्ज की है, लेकिन सट्टोरियों के यहां भाजपा और निर्दलीय प्रत्याशियों के जीत पर भी लोगों ने सट्टा लगाया था। जिस कारण चुनाव परिणाम की घोषणा के साथ लोगों के लाखों रुपये के बारे न्यारे हो गए। इतना ही नहीं चुनाव को लेकर हार जीत का बाजी लगाने वाले भी चुनाव परिणाम आने के बाद हार जीत की बाजी लगाने वालों से कन्नी काटते नजर आये, वहीं जीतने वाले उन्हें फोन कर या फिर खोजते नजर आये।
डा. विजय सिंह गागराई ने जताया अभार
चक्रधरपुर विधानसभा सीट पर निर्दलीय चुनाव लड़ने वाले समाजसेवी डा. विजय सिंह गागराई विधानसभा चुनाव में 20 हजार 148 वोट पाकर तीसरे स्थान पर रहे है। उन्होंने चक्रधरपुर विधानसभा सीट पर उन्हें मतदान करने के लिए वोटरों का अभार जताया और कहा कि चुनाव में हार जीत लगी रहती है। लेकिन वे एक समाजसेवी है और आगे भी लोगों की सेवा करते रहेंगे।
जमानत भी नहीं बचा पाये जिले के अधिकांश प्रत्याशी
पश्चिमी सिंहभूम जिले के पांचों विधानसभा सीट पर 58 प्रत्याशी मैदान में थे, इसमें इंडिया गठबंधन के सभी प्रत्याशियों की जीत हुई है। वहीं एनडीए गठबंधन के प्रत्याशी दूसरे स्थान पर रहे हैं। जबकि अधिकांश प्रत्याशी अपने जमानत भी नहीं बचा पाये हैं। चुनाव आयोग के नियम के मुताबिक कुल मतदान का प्रत्याशी को 1/6 प्रतिशत वोट जमानत बचाने के लिए कम से कम लाना पड़ेगा। जैसे अगर विधानसभा में एक लाख वोट पड़े है, तो प्रत्याशी को अपनी जमानत बचाने के लिए कम से कम 16,666 वोट लाना पड़ेगा। वैसे में पश्चिमी सिंहभूम जिले के अधिकांश प्रत्याशियों की जमानत जब्त हो गई है। बता दे कि चक्रधरपुर विधानसभा सीट पर कुल 12 प्रत्याशी मैदान थे और चक्रधरपुर विधानसभा सीट पर कुल 1,40, 846 वोट पड़े थे, जिसमें नोटा को 3444 वोट पड़े थे और 73 वोट रिजेक्ट हो गए थे। वहीं जगन्नाथपुर विधानसभा सीट पर आठ प्रत्याशी मैदान में थे और कुल 1,34,373 वोट पड़े थे, जिसमें 5183 वोट नोटा को पड़े थे और 15 वोट रिजेक्ट हुये थे। वहीं मनोहरपुर विधानसभा सीट पर 12 प्रत्याशी मैदान में थे और कुल 136390 वोट पड़े थे, जिसमें नोटा को 5347 वोट पड़़े थे और 23 वोट रिजेक्ट हुये थे। वहीं मझगांव विधानसभा में कुल 12 प्रत्याशी मैदान में थे और कुल 150694 वोट पड़े थे, जिसमें नोटा को 3770 वोट पड़े थे और 18 वोट रिजेक्ट हुये है तथा चाईबासा विधानसभा सीट पर कुल 14 प्रत्याशी मैदान में थे और कुल 163047 वोट पड़े थे, जिसमें 2528 वोट नोटा को पड़े थे और 87 वोट रिजेक्ट हुये है। जिले के पांचों विधानसभा सीट पर नजर डाले तो अधिकांश प्रत्याशी अपनी जमानत भी नहीं बचा पाये है।
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