तमिलनाडु काम करने गई 10 युवतियों ने की वापस अपने गांव लाने की गुहार
पश्चिमी सिंहभूम जिले की दर्जन भर महिलाएं तमिलनाडु की एक धागा कंपनी में फंसी हुई हैं। उन्हें काम करने के लिए एजेंट द्वारा भेजा गया था, लेकिन अब वे वापस घर नहीं जा पा रही हैं। युवतियों ने मुख्यमंत्री और...
चाईबासा। पश्चिमी सिंहभूम जिले के मंझारी और तांतनगर से दर्जन भर महिलाएं और युवतियां तमिलनाडु की धागा कंपनी में काम करने गई थी। अब वे वहां पर फंसे हुए हैं और कंपनी द्वारा शोषण किया जा रहा है। इस संदर्भ में फंसे हुए युवतियों ने मुख्यमंत्री, उपायुक्त और श्रम आयुक्त को इस संबंध को अपना आवेदन भेजा है। भेजे गए आवेदन में युवातियों ने बताया है कि वे लोग तमिलनाडु के एक कंपनी आदिशंकर स्पिनिंग प्राइवेट लिमिटेड में काम करने के लिए आए हुए थे। उन्हें एजेंट विभाष महतो द्वारा उक्त कंपनी में ले जाया गया था। आज जब हम लोग वापस अपना घर जाना चाहते हैं तो हमें हॉस्टल के वार्डन के द्वारा जाने नहीं दिया जा रहा है। साथ ही हमें यह बताया जा रहा है कि उक्त एजेंट को आने पर ही हॉस्टल से जाने दिया जाएगा। वर्तमान में कई युवतिया बीमार है। एजेंट भी फोन नहीं उठा रहा है और कंपनी के द्वारा जबरन युवतियों को काम भी कराया जा रहा है। युवतियों ने आवेदन में आग्रह किया है कि उन्हें वापस झारखंड लाया जाए और वापस आने के लिए उन्हें सहयोग किया जाए।इस संबंध में मंझारी जिला परिषद सदस्य माधव चंद्र कुंकल ने मुख्यमंत्री झारखंड, मुख्यमंत्री तमिलनाडु , डीजीपी, श्रम आयुक्त एवं उपायुक्त पश्चिमी सिंहभूम को ट्वीट कर एवं ज्ञापन सौंप कर मामले से अवगत कराया है। उन्होंने जिले से काम करने तमिलनाडु गई महिलाओं को सुरक्षित अपने जिला, घर तक पहुंचाने और दोषी लोगों पर कार्रवाई की मांग की है।
ये युवतियां है फंसे
मुमती बिरुवा, दमयंती बिरुवा, पालो बोयपाई, सुशांति बोयपाई, जंगी हांसदा, लक्ष्मी होनहागा, सीता गागराई, अनीता पूर्ति, फुलमनी हंसदा शामिल है।
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