Hindi Newsझारखंड न्यूज़चाईबासाStrike by Union Workers in Kiriburu Demands for Bonus and Job Security

सम्मानजनक बोनस को लेकर किरीबुरू खदान में मजदूर संगठनों ने हड़ताल

किरिबुरु में बीएमएस, एटक, इंटक, सीटू और एचएमएस से जुड़े सेलकर्मी सोमवार को एक दिवसीय हड़ताल पर रहे। हड़ताल के कारण खदान में उत्पादन और माल ढुलाई पर मिश्रित असर पड़ा। मजदूरों ने 40,500 रुपये से अधिक...

Newswrap हिन्दुस्तान, चाईबासाTue, 29 Oct 2024 02:18 AM
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गुवा, संवाददाता। राष्ट्रीय ट्रेड यूनियन के एनजेसीएस प्रतिनिधि यूनियनों में शामिल बीएमएस, एटक, इंटक, सीटू, एचएमएस से जुड़े सेलकर्मी सोमवार को किरीबुरु में एक दिवसीय हड़ताल पर रहे। हड़ताल पहली पाली से शुरू हुई। जबकि अन्य मजदूर संगठनों के सेलकर्मी आम दिनों की तरह खदान में ड्यूटी पर गए। उक्त मजदूर संगठनों के हड़ताल पर जाने से किरीबुरु खदान में उत्पादन व माल ढुलाई पर मिश्रित असर देखने को मिला। हालांकि प्रबंधन सभी सेलकर्मियों को काम पर वापस लौटने का निरंतर आग्रह कर रहा है। झारखण्ड में चुनाव के मद्देनजर आचार संहिता लागू है, जिस कारण हड़ताल में शामिल सेलकर्मी ओडिशा सीमा स्थित खदान गेट से लगभग 300 मीटर दूर हिलटॉप में मौजूद हैं। दूसरी तरफ मेघाहातुबुरु खदान में कोई यूनियन हड़ताल संबंधित नोटिस नहीं दिया था जिस कारण यहां हड़ताल का कोई असर नहीं है। गुवा खदान में भी हड़ताल का कोई असर नहीं दिखा। दोनों खदानों में शत फीसदी उपस्थिति सेलकर्मियों की रही तथा उत्पादन आम दिनों की तरह जारी रहा। एटक नेता जगमोहन सामड एवं सीटू नेता शहजादा अहमद ने बताया की हम पांच यूनियन संयुक्त मोर्चा के बैनर तले हड़ताल कर रहे हैं। जबकि किरीबुरु के सहायक महाप्रबंधक रमेश सिन्हा ने बताया की हम सेलकर्मियों से निरंतर अपील कर रहे हैं कि वह काम पर लौट आएं। अपना व सेल का नुकसान नहीं करें। 

ये है मांग : संयुक्त मोर्चा ने हड़ताल पर जाने संबंधित जो वजहें बतायी उसमें भ्रामक एएसपीआईएलएस बोनस योजना को खारिज कर सम्मानजनक बोनस 40500 रुपये से अधिक देने, पिछले वित्तीय वर्ष 2022-23 और चालू वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए तुरंत भुगतान किया जाना चाहिए। एनजेसीएस समझौते को अंतिम रूप देना और 39 महीने का बकाया एरियर राशि का बिना शर्त भुगतान करना। एचआरए, कठिन क्षेत्र भत्ता, खान भत्ता और अन्य सहित विभिन्न भत्तों का संशोधन, सेल और आरआईएनएल के ठेका श्रमिकों की नौकरी की सुरक्षा सुनिश्चित, ठेका श्रमिकों के एडब्ल्यूए को मूल भुगतान के साथ विलय किया जाना चाहिए। ईएसआई सीमा बढ़ाया जाना, रात्रि पाली भत्ते तथा समान कार्य के लिए समान वेतन की गारंटी, स्थायी तथा बारहमासी प्रकृति की नौकरी में लगे ठेका श्रमिकों को एनजेसीएस समझौते के अनुसार स्थायी श्रमिक माना जाए। सभी श्रमिकों को एक अतिरिक्त वेतन वृद्धि दी जाए। ग्रेच्युटी की अधिकतम सीमा पर लिए गए एकतरफा निर्णय को वापस लिया जाए, जो कि अवैध है तथा समझौते और सेवा शर्तों का एकतरफा उल्लंघन है। भत्ते को बढ़ाकर कम से कम 28 फीसदी किया जाए तथा अप्रैल 2020 से भत्ते के बकाया भुगतान से संबंधित मुद्दे का तत्काल समाधान किया जाए। आरआईएनएल की 100 फीसदी बिक्री/विनिवेश पर रोक लगाई जाए। सेल की किसी भी इकाई का निजीकरण तथा विनिवेश न किया जाए। आरआईएनएल में नए वेतन का क्रियान्वयन किया जाए तथा आरआईएनएल का सेल में विलय किया जाए। इस्पात क्षेत्र में नई प्रोत्साहन योजना शुरू की जाए। सेल कर्मचारियों के उत्पीड़न, अवैध एवं अनुचित स्थानांतरण तथा सेवा शर्तों में एकतरफा परिवर्तन को तत्काल वापस लिया जाना चाहिए। जिन कर्मचारियों को भद्रावती एवं सेल खदानों जैसी अन्य इकाइयों में स्थानांतरित किया गया है, उन्हें यथाशीघ्र अपनी मूल इकाइयों में वापस लौटने की अनुमति दी जानी चाहिए। सेल एवं आरआईएनएल के कर्मचारियों को 01.01.2017 से 9 फीसदी मूल वेतन एवं डीए के आधार पर पेंशन अंशदान लागू किया जाना चाहिए, जो अभी तक लंबित है। सेल के गैर-कार्यकारी कर्मचारियों को आवास भत्ते पर 50 फीसदी आयकर छूट भी प्रदान की जानी चाहिए। सेल की सभी इकाइयों एवं खदानों में स्थायी रिक्तियों की आवश्यकता को पूर्ण रूप से लागू किया जाना चाहिए। नए पदनाम एवं अतिरिक्त ग्रेड के साथ नई पदोन्नति नीति बनाई जानी चाहिए। एकतरफावाद के स्थान पर द्विपक्षीय मंच परामर्श के मूल सिद्धांतों एवं अवधारणा को बहाल किया जाना चाहिए आदि मांगें शामिल हैं।

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