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पंड्राशाली गांव में जमीन विवाद से तनाव, प्रशासन से समाधान की मांग

गुवा के पंड्राशाली गांव में जमीन विवाद के चलते तनाव व्याप्त है। संजय केरकेट्टा ने आरोप लगाया है कि मुंडा दिगम्बर चाम्पिया उन्हें गलत तरीके से बेदखल करना चाहते हैं। विवाद के समाधान के लिए प्रशासनिक...

Newswrap हिन्दुस्तान, चाईबासाMon, 24 Feb 2025 02:01 PM
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पंड्राशाली गांव में जमीन विवाद से तनाव, प्रशासन से समाधान की मांग

गुवा । बड़ाजामदा ओपी क्षेत्र अंतर्गत पंड्राशाली गांव में जमीन विवाद को लेकर भारी तनाव बना हुआ है। यह विवाद गांव के मुंडा दिगम्बर चाम्पिया, मानकी आदि तथा संजय केरकेट्टा के बीच चल रहा है। संजय केरकेट्टा ने इस संबंध में एसडीओ, अंचल कार्यालय और बड़ाजामदा ओपी पुलिस को लिखित आवेदन देकर मामले के समाधान की मांग की है। क्या है विवाद?

संजय केरकेट्टा के अनुसार, उनके पिता को वर्ष 1978 में गांव के पूर्व मुंडा, स्व. डिलका मुंडा द्वारा 20 डिसमिल सरकारी जमीन की बंदोबस्ती की गई थी। इस जमीन का रसीद भी लगातार कट रहा है। इसी जमीन पर संजय केरकेट्टा और उनके बड़े भाई कारी केरकेट्टा का इंदिरा आवास बना हुआ है।

एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप

संजय केरकेट्टा का आरोप है कि वर्तमान मुंडा दिगम्बर चाम्पिया उन्हें इस जमीन से बेदखल कर गलत तरीके से करण गोप को देने का प्रयास कर रहे हैं। उन्हें दो बार नोटिस भेजकर जमीन खाली करने को कहा गया और 23 फरवरी को मानकी-मुंडा और कुछ ग्रामीणों ने उनके घर में तोड़फोड़ की, जो सरासर गलत है। वहीं, मुंडा दिगम्बर चाम्पिया ने संजय केरकेट्टा के आरोपों को निराधार बताया। उन्होंने स्वीकार किया कि उनके पिता ने 20 डिसमिल सरकारी जमीन की बंदोबस्ती की थी, लेकिन उनका दावा है कि संजय केरकेट्टा ने इससे अधिक सरकारी जमीन पर कब्जा कर रखा है। उन्होंने प्रशासन से जमीन की मापी कराकर जांच कराने की मांग की है।

प्रशासनिक हस्तक्षेप जरूरी

इस घटना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन समाधान नहीं निकल सका। मामला अंचल कार्यालय से जुड़ा होने के कारण अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। अगर जल्द समाधान नहीं हुआ तो गांव में तनाव और बढ़ सकता है।

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