पूर्व छात्र नेताओं ने की छात्रावास निर्माण की मांग
चाईबासा में टाटा कॉलेज के पूर्व छात्र नेताओं ने गरीब, असहाय और अनुसूचित जाति, जनजाति के छात्रों के लिए उच्चस्तरीय छात्रावास और लाइब्रेरी बनाने की मांग की। मुख्यमंत्री सचिवालय ने इस पर कार्रवाई के लिए...

चाईबासा, संवाददाता। टाटा कॉलेज के कई पूर्व छात्र नेताओं ने नियमित छात्र और पास आउट गरीब असहाय, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति एवं अन्य पिछड़ा वर्ग के छात्र छात्राओं के लिए उच्चस्तरीय छात्रावास सह लाइब्रेरी का निर्माण कराने और नि:शुल्क कोचिंग एवं मैस की व्यवस्था संबंधित कॉलेज कैंपस में कराने की मांग की है। इनकी मांग पर मुख्यमंत्री सचिवालय के सरकार के अवर सचिव राम मूर्ति सिंह ने राज्य सरकार के अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अल्पसंख्यक और पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग के सचिव को पत्र लिख कर कार्रवाई करने को कहा है। पत्र पर हस्ताक्षर करने वाले पूर्व छात्र नेताओं का कहना है कि कोल्हान विश्वविद्यालय के अन्तर्गत टाटा कॉलेज और विश्वविद्यालय में नियमित छात्रों की संख्या मे अत्याधिक वृद्धि हुई है। इसके अलावा पास आउट गरीब असहाय, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, एवं अन्य पिछड़ा वर्ग के छात्र छात्राओं को भी जीवन निर्माण के लिए अध्ययन अध्यापन में काफ़ी परेशानी हो रही है।पास आउट होने के बाद भाड़े घर में रहकर जीवन निर्माण के लिए गरीब, असहाय, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति एवं पिछड़ा वर्ग के छात्रों के लिए संघर्ष करना काफी कठिन है। अच्छा जीवन जीने के लिए जीवन निर्माण के लिए अत्याधिक वृद्धि नियमित व छात्र-छात्रों का संघर्षरत एवं प्रयासरत पास आउट विद्यार्थीयों के लिए उच्चगुणवत्ता, पूर्ण अत्याधुनिक उच्चस्तरीय छात्रवास, लाईब्रेरी, फ्री कोंचिग एवं मेस सहित सुविधा की अति आवश्यकता है। मुख्यमंत्री को लिखे गए पत्र में टाटा कॉलेज छात्र संघ के पूर्व महासचिव, मानकी राय कुंकल, सीद्धेश्वर बिरुवा, सालेन डांहगा, मान सिंह बांकीरा, माधव चरण कुंकल सहित 65 से अधिक छात्र नेताओं के हस्ताक्षर हैं। इन्होंने डीएमएफटी फंड, कल्याण फंड या किसी अन्य फंड से छात्रावास का निर्माण कराने की मांग की है। मुख्यमंत्री सचिवालय के पत्र के बाद भी इस पर कार्रवाई में विलम्ब होने पर चिंता जताई है।
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