बच्चों को परिवार आधारित देखभाल प्राथमिक आवश्यकता
चाईबासा में नालसा द्वारा बच्चों के लिए कानूनी सेवा इकाई (एलएसयूसी) के सदस्यों का दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसमें सचिव राजीव कुमार सिंह ने योजना 2024 और कानूनी पहलुओं की जानकारी...
चाईबासा। नालसा द्वारा बच्चों को मैत्रीपूर्ण विधिक सेवाएं योजना 2024 के अंतर्गत डालसा, चाईबासा में बच्चों के लिए नवगठित कानूनी सेवा इकाई (एलएसयूसी) के सदस्यों के लिए दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन सिविल कोर्ट के ट्रेनिंग हॉल किया गया। मौके पर डालसा सचिव राजीव कुमार सिंह सहित नवगठित कानूनी सेवा यूनिट के सदस्य और अन्य उपस्थित थे। प्रथम सत्र के प्रशिक्षण कार्यक्रम में सचिव राजीव कुमार सिंह ने उपस्थित सभी सदस्यों को एलएसयूसी के गठन की विस्तार से जानकारी दी तथा उन्हें बच्चों को मैत्रीपूर्ण विधिक सेवाएं नव संचालित योजना-2024 सहित बच्चों से संबंधित विभिन्न कानूनी पहलुओं पर अपना मंतव्य रखा तथा प्रावधान के संबंध में विस्तार पूर्वक बताया, जिससे प्रशिक्षु लाभान्वित हुए। द्वितीय सत्र में राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के सदस्य विकास दोदराजका ने बच्चों के संदर्भ में कानूनी और नीतिगत ढांचों का प्रशिक्षण दिया एवं विभिन्न उदाहरणों के द्वारा बच्चों के साथ मैत्रीपूर्ण व्यवहार से उनका विश्वास हासिल कर उनकी सहायता करने के तरीको से अवगत कराया। उन्होंने हितधारकों को विधि का उल्लंघन और देखभाल के योग्य बालकों के मामले में बाल कल्याण समिति, किशोर न्याय बोर्ड, बाल न्यायालय, डीसीपीओ, बाल गृहों तथा बाल पुलिस की भूमिका के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि बच्चों के सर्वोत्तम हित को ध्यान में रखते हुए मामलों में समिति और बोर्ड निर्णय लेती है, बच्चों के पुनर्वास के संबंध में उन्होंने बताया की बच्चों को परिवार आधारित देखभाल उनकी प्राथमिक आवश्यकता है।
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