चेन्नई से प्रवासी मजदूर का शव पहुंचा नावाडीह गांव
नावाडीह के कोडराटांड़ गांव के निवासी साहेब राम मांझी की चेन्नई में मछली फैक्ट्री में काम करते समय बीमारी के कारण मौत हो गई। उनका शव गांव पहुंचने पर परिजनों में शोक का माहौल था। साहेब पिछले छह माह से...
नावाडीह, प्रतिनिधि। रोजी रोजगार के लिए घर परिवार व गांव समाज को छोड़ अन्य प्रदेश पलायन किये प्रवासी मजदूरों की मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। नावाडीह प्रखंड के परसबनी पंचायत अन्तर्गत कोडराटांड़ गांव निवासी स्व लखीराम मांझी के पुत्र साहेब राम मांझी (51 वर्ष) की मौत इलाज के दौरान अस्पताल में हो गई। शव गुरुवार की देर शाम गांव पहुंचते ही पत्नी सावित्री देवी, पुत्र रितेश किस्कू व पुत्री संध्या कुमारी सहित अन्य परिजनों के रोने से पूरे गांव का माहौल गमगीन हो गया। पूर्व मंत्री बेबी देवी के पुत्र अखिलेश महतो ऊर्फ राजू, झामुमो प्रखंड सचिव सोनाराम हेम्ब्रम आदि पहुंचे व मृतक के परिजनों को हिम्मत बंधाई।
परिजनों ने बताया कि साहेब राम मांझी घर की माली हालत ठीक नहीं रहने के कारण गांव के अन्य ग्रामीणों के साथ रोजगार के लिए छः माह पहले चेन्नई के रोयापुरम मछली फैक्ट्री में कार्यरत था। कार्य के दौरान वह बीमार हो गया, जिसके उनके साथियों के द्वारा नजदीक के अस्पताल ले जाया गया जहां इलाज के दौरान बुधवार सुबह की मौत हो गई। शव को कंपनी द्वारा हवाई मार्ग से रांची भेज दिया जहां से एम्बुलेंस के माध्यम से गांव लाया गया
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