उग्रवाद प्रभावित ऊपरघाट में बाघ देखे जाने की सूचना पर वन विभाग अलर्ट
बेरमो अनुमंडल के ऊपरघाट क्षेत्र के नारायणपुर के कुम्हार टोला गांव में बुधवार को बाघ देखे जाने की सूचना फैली। वन विभाग की टीम ने जांच की, लेकिन बाघ की पुष्टि नहीं हुई। ग्रामीणों को आश्वस्त किया गया कि...
बोकारो थर्मल, प्रतिनिधि। बेरमो अनुमंडल अंतर्गत नावाडीह प्रखंड के अति उग्रवाद प्रभावित ऊपरघाट क्षेत्र के नारायणपुर के कुम्हार टोला गांव के निकट बुधवार को बाघ देखे जाने की चर्चा रही। यह बात आसपास के गांवों में आग की तरह फैल गई। कुम्हार टोला के एक बुजुर्ग एवं 11 साल के बच्चे ने सबसे पहले देखा और गांव वालों की इसकी जानकारी दी।
सूचना पर वन विभाग की टीम ने स्थल का निरीक्षण किया। वन विभाग के अधिकारियों में प्रशिक्षु डीएफओ संदीप शिंदे और वनरक्षियों अक्षय कुमार मुंडा, बिजय कुमार व जगदीश कुमार तथा पेंक-नारायणपुर थाना प्रभारी अनिल लिंडा ने स्पॉट पर गहन जांच की, लेकिन किसी प्रकार का बाघ होने की पुष्टि नहीं हो पाई। इसके बावजूद विभाग ने जंगल के आसपास छानबीन की और ड्रोन से भी इलाके की तलाश की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला।
बोकारो के प्रशिक्षु आईएफएस डीएफओ ने बताया कि ग्रामीणों की सूचना पर वन विभाग की टीम नारायणपुर गांव पहुंची और उस स्थान का मुआयना किया, जहां कथित रूप से बाघ की तस्वीर खींची गई थी। निरीक्षण के दौरान किसी भी प्रकार के बाघ के होने के निशान नहीं मिले। फिर भी ग्रामीणों की आशंका और भय को देखते हुए क्षेत्र की जांच जारी है। जिस व्यक्ति ने बाघ की तस्वीर खींची और उसे वायरल किया, उसने अपना मोबाइल फोन बंद कर लिया है। ग्रामीणों को आश्वस्त किया गया कि डरने की कोई आवश्यकता नहीं है। यदि भविष्य में किसी प्रकार की कोई संदिग्ध सूचना मिलती है तो ग्रामीण तुरंत वन विभाग को सूचना दे। मालूम हो कि दो साल पहले बरवाबेड़ा समीप रेलवे लाइन पार करते बाघ दिखा था। इसके अलावा पिलपिलो के मोरमगढ़ा-पुरनीटोंगरी जंगल में भी बाघ देखा गया था।
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