निगम क्षेत्र में सामान्य बोरिंग की जगह डीप बोरिंग मिलने पर होगी कार्रवाई
निगम क्षेत्र में सामान्य बोरिंग के जगह डीप बोरिंग मिलने पर होगी कार्रवाई निगम क्षेत्र में सामान्य बोरिंग के जगह डीप बोरिंग मिलने पर होगी कार्रवाईनिगम
चास प्रतिनिधि। निगम क्षेत्र में नये पुराने सभी बोरिंग का जांच होगा। पेयजलापूर्ति को छोड़कर गृह निर्माण, वाहन धुलाई गैरॉज सहित अन्य में उपयोग बोरिंग का जांच किया जाएगा। सामान्य बोरिंग के जगह डीप बोरिंग मिलने पर निगम प्रशासन की ओर से जुर्माना के साथ कार्रवाई किया जाएगा। इस बाबत निगम के अपर नगर आयुक्त संजीव कुमार ने कहा कि जल संकट वालें क्षेत्रों में सामान्य बोरिंग को लेकर अनुमति दिया जाता है। लेकिन डीप बोरिंग पर क्षेत्र में रोक है। सामान्य बोरिंग के अनुमति पर क्षेत्र में तेजी से डीप बोरिंग के मामला पर जांच के साथ कार्रवाई किया जाएगा। क्षेत्र में डीप बोरिंग को लेकर लगातार मामला प्रकाश में आने के बाद निगम प्रशासन इस ओर पूरी तरह से एक्शन में जुट गई है। स्थानीय सहित निगम के पूर्व पार्षदों ने क्षेत्र में गिरते जलस्तर पर चिंता जताया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार पूर्व में सामान्य बोरिंग को लेकर एक हजार निगम शुल्क लगता था लेकिन अभी सामान्य बोरिंग को लेकर पांच हजार रुपया का शुल्क लगता है। साथ में आवेदन के साथ नक्शा अनिवार्य है। नक्शा नहीं रहने पर बोरिंग की अनुमति नही मिल सकेगी।
बहुमंजिला भवन निर्माण व गाडी धुलाई गैरॉलो में डीप बोरिंग:
चिराचास, नंदुआथान, पटेल नगर, कुलदीप टॉकील, सोलागिडीह, आईटीआई मोड़ सहित सटे क्षेत्र में बहुमंजिला भवन निर्माण को लेकर सामान्य बोरिंग के अनुमति पर डीप बोरिंग का मामला लगातार प्रकाश में आता रहा है। इसको लेकर स्थानीय व निगम के पूर्व पार्षदों ने भी सवाल उठाते हुए इस ओर जांच की मांग किया। इस बाबत स्थानीय ने बताया कि इस कारण क्षेत्र में तेजी से जलस्तर तेजी से नीचे जा रहा है। जहां दो सौ फीट में पानी मिलता था वहां अभी 5 सौ फीट बोरिंग में भी पानी नहीं मिल पाने की शिकायत है। जबकि निगम की ओर से क्षेत्र पर डीप बोरिंग पर रोक है।
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