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बोकारो में फंड के अभाव में दम तोड़ रही है अबुआ आवास योजना

चंदनकियारी। सागर माहथाबोकारो में फंड के अभाव में दम तोड़ रही है अबुआ आवास योजनाबोकारो में फंड के अभाव में दम तोड़ रही है अबुआ आवास योजनाबोकारो में फंड

Newswrap हिन्दुस्तान, बोकारोFri, 31 Jan 2025 03:02 AM
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बोकारो में फंड के अभाव में दम तोड़ रही है अबुआ आवास योजना

केन्द्र सरकार की उपेक्षात्क रवैया से तंग आकर केन्द्र की प्रधानमंत्री आवास योजना की तर्ज पर झारखंड सरकार ने जरूरतमंद गरीब,दलित,पिछड़े ,अल्पसंख्यक ,अन्य समेत सभी वर्गो के लिए अबुआ आवास योजना की शुरूआत की गई। घर घर में सर्वे कराकर,आपकी योजना,आपकी सरकार ,आपके द्वार कार्यक्रम आयोजित कर उसमें आवेदन प्राप्त कर ,लक्ष्य निर्धारित कर अबुआ आवास योजना की शुरूआत की गई। शुरूआत के समय काफी प्रचार प्रसार किया गया तभी लोगों ने सीएम की प्रशंसा की परंतु आज योजना दम तोड़ी नजर आ रही है हालांकि सरकारी अधिकारी फंड की कमी की बात बताने से बच रहे हैं परंतु सिस्टम देखने,आंकड़े देखने से सब कुछ साफ साफ दिख रहा है। वित्तीय वर्ष 2023/2024 में बोकारो जिले को 8608 लक्ष्य मिला जिसमें से सभी को स्वीकृत करने के पश्चात 8223 लाभुकों को प्रथम किस्त मिला ,निर्माण कार्य करने के बाद 6999 को द्वितीय किस्त मिला लिंटल ढ़लाई के बाद 4654 को तृतीय किस्त मिला और अब तक जिले में 418 अबुआ आवास निर्माण कार्य पूर्ण हो पाया है जिसमें सर्वाधिक चंदनकियारी में उक्त वित्तीय वर्ष के लिए मिले लक्ष्य 1745 में से 175 पूर्ण हुआ है। इसी प्रकार चालू वित्तीय वर्ष 2024/2025 की बात करने पर पाया गया कि जिले को 15734 लक्ष्य मिला जिसमें से 15371 को स्वीकृत करते हुए 10143 को प्रथम किस्त दिया गया जबकि प्लीन्थ जियो टैग के बाद 3234 में मात्र 724 लाभुकों को द्वितीय किस्त जिले में अब तक मिला है । वित्तीय वर्ष की समाप्ति में महज 60 दिन शेष रह गया है जिसमें लिंटल के बाद 66 का जियो टैग किया गया है । इस प्रकार चालू वित्तीय वर्ष में एक भी अबुआ आवास निर्माण का काम पूरा नहीं हो पाया है। इस प्रकार पूरे जिले में दो वित्तीय वर्ष में 24342 मिले लक्ष्य में 7723 को ही द्वितीय किस्त मिल पाया है। चार अलग अलग किस्त में दो लाख मिलने की आशा के साथ लोगों ने अपना कच्चा मकान ,छप्पर को उजाड़कर पक्का मकन बनाना प्रारंभ किया जिसमें 95 मजदूर का मजदूरी भुगतान मनरेगा से मिलने की उम्मीद के साथ प्रारंभ की गई योजना फंड के अभाव में दम तोड़ रही है। प्लाीन्थ,लिंटर,छत ढ़लाई तक जोड़ई करने के बाद लाभुक दर दर भटक रहे हैं।

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