प्रजापति कुम्हार की उपेक्षा की गई तो अकेले लड़ेंगे चुनाव: देव नारायण
गोमिया में झारखंड प्रजापति कुम्हार महासंघ की बैठक हुई, जिसमें प्रजापति समाज की राजनीतिक उपेक्षा पर चर्चा की गई। अध्यक्ष बसंत प्रजापति ने बताया कि 60 लाख प्रजापति होने के बावजूद, उन्हें राजनीति में...
गोमिया, प्रतिनिधि। गोमिया प्रखंड अंतर्गत होसिर पश्चिमी के भोलाडीह प्रजापति भवन में बुधवार को झारखंड प्रजापति कुम्हार महासंघ की बैठक की अध्यक्षता बसंत प्रजापति ने की। झारखंड प्रजापति कुम्हार महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष देवनारायण प्रजापति व जिला के महामंत्री जीवन जगन्नाथ मुख्य रूप से उपस्थित थे। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि झारखंड में प्रजापति की करीब 60 लाख की आबादी है। प्रदेश में प्रजापति बहुसंख्य होने के बावजूद भी राजनीति में उपेक्षा की जा रही। झारखंड में कोई भी राजनीतिक दल हो प्रजापति को मान सम्मान नहीं मिला तो इस परिस्थिति में प्रजापति समाज आनेवाले विधानसभा में होने वाले चुनाव में अपनी उपस्थित दर्ज कराने को मजबूर हो जाएंगे। 2005 में बेरमो विधानसभा छोड़कर किसी भी विधानसभा में प्रतिनिधित्व का मौका नहीं दिया गया। झारखंड में हेमंत सोरेन की सरकार 5 वर्षों में माटी कला बोर्ड का गठन भी नहीं कर सकी। 15 विधानसभा में भागीदारी निभाने की बात कही। कॉर्डिनेटर सह प्रखंड सचिव बालमुकुंद प्रजापति ने संगठन पर मजबूती पर बल देते हुए कई सुझाव दिए। निर्णय लिया गया झारखंड में विभिन्न राजनीतिक दलों द्वारा विधानसभा चुनाव के प्रत्याशी घोषणा करने के बाद अगर प्रजापति को अवसर नहीं दिया गया तो पुन: बैठक कर प्रजापति समाज चुनाव लड़ने पर कार्य करेगी। कसमार प्रखंड अध्यक्ष सुजीत प्रजापति, सचिव अनिल महतो, गोमिया सचिव बालमुकुंद प्रजापति, जनार्दन प्रजापति, नरेश प्रजापति, बसंत प्रजापति, महावीर प्रजापति, योगेन्द्र प्रसाद, सहदेव प्रजापति, देवगुरु प्रजापति, दिनेश्वर प्रजापति, टेकलाल प्रजापति, उमेश प्रजापति, भरत प्रजापति, गणेश प्रजापति, नरेंद्र प्रजापति, रवि प्रजापति, नंदू प्रजापति आदि थे। संचालन नरेश प्रजापति ने किया।
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