स्क्रूटनी के बाद बेरमो से 15 व गोमिया से 13 प्रत्याशी, नाम वापसी कल तक
झारखंड विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में बेरमो अनुमंडल कार्यालय में नामांकन पत्रों की स्क्रूटनी हुई। बेरमो से 3 और गोमिया से 8 नामांकन पत्र रद्द किए गए। चुनाव अधिकारी ने बताया कि प्रत्याशियों को नोटिस...
बेरमो/तेनुघाट, प्रतिनिधि। झारखंड विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में बेरमो अनुमंडल कार्यालय तेनुघाट में बेरमो व गोमिया विधानसभा के लिए दाखिल नामांकन पत्रों की बुधवार को स्क्रूटनी की गई। बेरमो विधानसभा संख्या 35 के लिए बेरमो एसडीओ सह निर्वाची पदाधिकारी मुकेश मछुवा एवं गोमिया विधानसभा संख्या 34 के लिए निर्वाची पदाधिकारी मुमताज अंसारी ने पत्रों की जांच की। बेरमो से 3 एवं गोमिया से 8 नामांकन पत्र रद्द किए गए। इसे लेकर निर्वाची पदाधिकारीद्वय ने बताया कि प्रत्याशियों को नोटिस जारी किया गया था तथा सत्यापित कॉपी स्क्रूटनी से पूर्व जमा करने का समय दिया गया था परंतु समीक्षा से पूर्व जमा नहीं किया गया। बेरमो विधानसभा से 3 नामांकन पत्र रद्द किए गए, बचे 15: बेरमो विधानसभा के लिए कुल 18 नामांकन पत्र दाखिल किए गए थे। इनमें राष्ट्रीय मजदूर एकता पार्टी से नारायण गिरि, पीपुल्स पार्टी ऑफ इंडिया से भरत महतो व निर्दलीय आदित्य कुमार महतो के नामांकन पत्र अवैध पाए गए। अब जो 15 बचे, उनमें इंडिया महागठबंधन समर्थित कांग्रेस पार्टी उम्मीदवार विधायक कुमार जयमंगल ऊर्फ अनुप सिंह, एनडीए समर्थित भाजपा उम्मीदवार पांच बार के सांसद रहे रवीन्द्र कुमार पांडेय, झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा से केंद्रीय अध्यक्ष जयराम कुमार महतो, आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) से मंजूर आलम, बहुजन समाज पार्टी से जगदीश केवट, असहाय जन कल्याण पार्टी से रूपलाल ठाकुर, जेबीकेएसएस से उमाशंकर शास्त्री, लोकहित अधिकार पार्टी से मोहन लाल साव व सम्पूर्ण भारत क्रांति पार्टी से ललित नारायण तथा निर्दलीय में तीर्थनाथ आकाश, संतोष कुमार महतो, मंतोष सोरेन, मो बिलाल हाशमी, नरेश गोसाई व घनश्याम मिश्रा हैं।
गोमिया विधानसभा से 8 नामांकन पत्र रद्द किए गए, बचे 13: गोमिया विधानसभा के लिए कुल 21 नामांकन पत्र दाखिल किए गए थे। इनमें रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया आंबेडकर से अजय कुमार, संपूर्ण भारत क्रांति पार्टी से देवनारायण मुर्मू व हिन्दुस्तान जनता पार्टी से मृणाल कांति देव तथा निर्दलीय से अमरेश कुमार महतो, रविशन मांझी, राजेश्वर महतो, निखिल कुमार सोरेन व मो अब्दुल मनान के नामांकन पत्र अवैध पाए गए। अब जो 13 बचे, उनमें एनडीए समर्थित आजसू पार्टी उम्मीदवार विधायक डॉ लम्बोदर महतो, इंडिया महागठबंधन समर्थित झामुमो पार्टी उम्मीदवार पूर्व विधायक योगेंद्र प्रसाद, झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा से पूजा कुमारी, जेबीकेएसएस से मदन कुमार साव, बहुजन समाज पार्टी से छोटन राम महली व पीपल्स पार्टी ऑफ इंडिया डेमोक्रेटिक से मनोज कुमार महतो तथा निर्दलीय से बोकारो जिला परिषद अध्यक्ष सुनीता देवी व पति चितरंजन साव के अलावा प्रकाश लाल सिंह (पूर्व मंत्री माधव लाल सिंह के पुत्र सह जिप सदस्य), मो इसराफिल अंसारी (बोकारो के पूर्व विधायक स्व इजरायल अंसारी के पुत्र), इफ्तिखार महमूद, संतोष नायक (बेरमो जिला बनाओ समिति) व राकेश करमाली हैं।
गोमिया से विधायक व पूर्व विधायक ने एक-दूसरे के नामांकन पर जताई: गोमिया विधानसभा के लिए स्क्रूटनी के दिन विधायक डॉ लंबोदर महतो एवं योगेंद्र प्रसाद ने एक दूसरे के नामांकन पर आपत्ति जताई। विधायक डॉ लंबोदर महतो ने झारखंड पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष पद से त्याग पत्र देने का प्रमाण पत्र जमा नहीं होने पर आपत्ति जताई। ऐसे में सुबह 11 बजे से मामला फंसा रहा, जो 2 बजकर 45 मिनट में वैध करार दिया गया। अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति, अल्पसंख्यक एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग से पत्र प्राप्ति एवं वरीय अधिकारी के मार्गदर्शन के साथ कानूनी सलाहकारों से सलाह लेने के बाद निर्णय लिया गया। पत्र स्वीकृति होने के बाद पूर्व विधायक योगेंद्र प्रसाद ने कहा कि मैदान में आइए जनता देगी जवाब। जनाधार देख घबरा गए हैं इस लिए नामांकन रद्द कराने की फिराक में लगे थे। वहीं विधायक डॉ लंबोदर महतो ने कहा कि मैदान में डटे हैं, जनता दे चुकी जवाब।
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