चुनाव के बाद सीसीएल का बेमियादी चक्का जाम आंदोलन किया जायेगा
करगली में विस्थापित संघर्ष समन्वय समिति की बैठक हुई। बैठक में तय किया गया कि बेरमो कोयलांचल के विस्थापित विधानसभा चुनाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। समिति ने सरकार की असंवेदनशीलता पर सवाल उठाए और...
करगली, प्रतिनिधि। विस्थापित संघर्ष समन्वय समिति की बैठक सोमवार को करगली में की गई। निर्णय लिया गया कि बेरमो कोयलांचल के विस्थापित इस बार विधानसभा चुनाव में निर्णायक भूमिका निभाएंगे। बोकारो थर्मल से लेकर चंद्रपुरा-दुगदा तक और पेटरवार के दस पंचायतों तक सिर्फ विस्थापितों की बहुलता है। कहा कि आजादी के बाद से ही इस क्षेत्र के लोग विस्थापन का दंश झेल रहे हैं। डीवीसी के दो पावर प्लांट, सीसीएल की तीन प्रक्षेत्र अंतर्गत कोलियरी और वाशरी के अलावा बीसीसीएल की दुगदा वाशरी से उजड़े विस्थापितों की समस्याएं विकराल होती चली गई लेकिन किसी भी सांसद-विधायक ने विस्थापितों की सुध नहीं ली। कहा कि आमतौर पर पूरे झारखंड में विस्थापन और इसके चलते पलायन की समस्या सुरसा के मुंह की भांति फैलती जा रही है लेकिन 24 वर्षों के झारखंड में आज तक की सरकारें असंवेदनशील बनी रही। कहा कि विस्थापितों के आंदोलनों के दबाव में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने वर्ष 2021 में ही विधानसभा के पटल पर विस्थापन आयोग के गठन करने की घोषणा तो किया लेकिन अपने कार्यकाल में इसे मूर्तरूप नहीं दे सके। नेताओं ने सीसीएल प्रबंधन को आड़े हाथ लेते कहा कि प्रबंधन समिति के साथ हुए वार्ता समझौता को लागू नहीं करते। कहा कि अनेकों बार मुख्यालय स्तर और प्रक्षेत्र स्तर की वार्ता की गई लेकिन वार्ता में सहमति के बिंदुओं को आज तक लागू नहीं किया गया। चुनाव के बाद सीसीएल का बेमियादी चक्का जाम आंदोलन किया जायेगा। अध्यक्षता समिति के अध्यक्ष लखनलाल महतो और संचालन महासचिव काशीनाथ केवट ने किया। कार्यकारी अध्यक्ष बिनोद महतो, लालमोहन यादव, भागीरथ करमाली, राजेश गुप्ता, मंटू गिरि, विरेन्द्र करमाली, श्याम महतो आदि ने भी अपने विचार रखे।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।