चंदनकियारी में 20 स्कूल सरकारी शिक्षक विहीन
बोकारो जिले के चंदनकियारी प्रखंड में 20 विद्यालय ऐसे हैं जहां सरकारी शिक्षक नहीं हैं। 62 स्कूलों में केवल एक शिक्षक है। पारा शिक्षक पर निर्भरता से पढ़ाई पर प्रभाव तो नहीं पड़ा, लेकिन प्रशासनिक कार्यों...
चंदनकियारी। बोकारो जिले के चंदनकियारी प्रखंड में 20 ऐसे विद्यालय हैं जहां सरकारी शिक्षक पदस्थापित नहीं हैं। जिस कारण ये सभी विद्यालय सहायक अध्यापक यानी पारा शिक्षक के भरोसे संचालित हो रहे हैं या फिर प्रतिनियोजन से चल रहे हैं । इसके अलावे 62 स्कूल ऐसे हैं जो केवल एक ही शिक्षक के भरोसे चल रहे हैं। हालांकि पारा शिक्षक संप्रति सहायक अध्यापक के भरोसे संपूर्ण राज्य की वर्ग एक से आठ तक शिक्षण व्यवस्था संचालित हो रही है और इसमें पठन-पाठन पर बहुत कुछ प्रभाव नहीं पड़ रहा है। परंतु नित्य नए नए प्रतिवेदन भेजने में सहायक अध्यापकों को परेशानी हो रही है। इसके अलावे एक सरकारी शिक्षक के सारे दायित्व का निर्वहन बहुत अल्प मानदेय में सहायक अध्यापकों को करने में व्यवहारिक परेशानी हो रही है भले विभाग के भय से कोई कुछ नहीं बो ल रहे हैं परंतु दबी जुवान से बात सामने आ ही जाती है। जो स्कूल में सरकारी शिक्षक नहीं है उनमें उत्क्रमित मध्य विद्यालय चंदनकियारी बाजार,घांघरागौड़ा,सूर्यडीह,झाबरा,बहादुरपुर के साथ साथ मध्य विद्यालय कुमीरडोवा शामिल है। वहीं प्राथमिक विद्यालय बीरखाम,काशीटांड़ उर्दू,आमडीहा,कंचनपुर,बांसगाढ़ी बालक,सुतरीबेड़ा,रामडीह कन्या,मुर्राबाद,आसनबनी कुम्हारटोला,तेंतुलिया सेवा मंडल,सीतानाला,उदयपुर,घेड़ागाढ़ा,बोदुआ शामिल है। इसके अलावे मध्य विद्यालय चंदनकियारी सकुल में 03 ऐसे स्कूल हैं जहां एक ही शिक्षक है और जहां एक शिक्षक हैं। क्लास नर्सरी से पांच तक पढ़ाई कैसे चल सकता है और यदि उनका कुछ व्यक्तिगत काम रहने पर बीआरसी को सूचना के पश्चात बगल के टीचर की प्रतिनियुक्ति से काम चलाया जाता है। इसी प्रकार माढ़रा संकुल में 02,सिमुलिया संकुल में 04,योगीडीह संकुल में 02,कुमीरडोवा संकुल में 07,चन्द्रा संकुल में 05,बाटबिनोर संकुल में 04,भोजूडीह में 05,सहारजौरी में 03,संथाल लाघला में 03,नवडीहा में 03,खेदाडीह में 03,कलिकापुर में 07,खेड़ाबेड़ा हिन्दी में 05,झालबड़दा संकुल में 05 स्कूल ऐसे हैं जहां एक ही शिक्षक के भरोसे स्कूल संचालित हो रहा है। सरकार ,विभाग जहां सरकारी शिक्षक नहीं हैं उस स्कूल को शिक्षक विहीन स्कूल मानकर चलने की व्यवस्था है। मजेदार बात है कि पीएस कनकचास में 89 छात्र छात्राएं हैं और एनपीएस कुमारडीह मोड़ में 88 छात्र छात्राएं हैं जिन्हें एकमात्र शिक्षक कैसे ,किस रूप में पढ़ा सकते हैं ये तो सबसे बेहतर पढ़ानेवाले ही बता सकते हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अंतरजिला स्थानांतर होकर कई दर्जन शिक्षक जिले में आए हैं जिनकी अलग अलग स्कूलों में पदस्थापना होना हैं । सरकारी शिक्षक विहीन एवं एकल शिक्षक वाले स्कूलों को शिक्षक मिलने की उम्मीद की जा रही है।
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