घरों तक फाइलेरिया की दवा खिलाने नहीं पहुंची टीम
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बोकारो, प्रतिनिधि। फाइलेरिया उन्मूलन के लिए दवा खिलाने की तय तिथि खत्म हो गयी। जिले में 23 लाख 70 हजार 811 लोगों को डीईसी व एल्बेंडाजोल की दवा खिलाने का टारगेट संभवत: पेपर पर पूरा कर लिया गया। मलेरिया विभाग की लापरवाही आमजनों के लिए परेशानी का सबब बन सकता है। जिले को फाइलेरिया मुक्त बनाने के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से हर साल अभियान चलाया जाता है। अभी भी कई इलाके व निजी स्कूल ऐसे हैं, जहां दवा खिलाने के लिए नहीं पहुंची। इस संबंध में शुक्रवार को चीरा चास सहित कई सेक्टर के लोगों से पूछताछ की गयी। अधिकांश लोगों का कहना है कि हमारे घर तक दवा खिलाने के लिए कोई टीम नहीं पहुंची है। चीरा चास के सीमा कुमारी ने बताया कि हमारे घर पर कोई नहीं आया है, पिछले साल भी कोई नहीं आया था दवा खिलाने के लिए। इस बावत जिला मलेरिया पदाधिकारी डॉ रेणु भारती को दो बार मोबाइल पर कॉल किया, उनके वाट्सएप पर मैसेज भी भेजा, पर कोई जवाब नहीं मिला। सिविल सर्जन डॉ अभय भूषण प्रसाद को मोबाइल पर कॉल किया, रिंग हुई पर बात नहीं हो पायी।
23 लाख से अधिक लक्ष्य है दवा खिलाने का:
बोकारो जिले में 23 लाख 70 हजार 811 लोगों को डीईसी व एल्बेंडाजोल का ल्क्ष्य तय किया गया है। अभियान के पहले दिन 10 फरवरी को 2246 बूथों पर दवा खिलाई गयी। विभाग की ओर से जारी रिपोर्ट के मुताबिक पहले दिन 1,19,220 लोगों को दवा खिलाई गयी थी। लक्ष्य पूरा करने के लिए 11 फरवरी से 24 फरवरी तक स्वास्थ्य टीम को घर-घर जाकर दवा खिलानी थी। जानकारी के मुताबिक कई निजी स्कूलो में भी टीम नहीं पहुंची। विभाग के एक स्टाफ ने बताया कि स्कूल में परीक्षा चल रही है, इसलिए टीम नहीं गयी।
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