मोहन भाई कुंडलिया का मृत पार्थिव शरीर रांची रिम्स को दान
बोकारो के चास स्थित गुजरात कॉलोनी के व्यवसायी मोहन कुंडलिया का पार्थिव शरीर रांची रिम्स अस्पताल में सशरीर दान किया गया। उन्होंने मरणोपरांत अपने शरीर के दान का निर्णय लिया था। समाजसेवियों और...

बोकारो, प्रतिनिधि। रविवार को चास के गुजरात कॉलोनी स्थित मोहन भाई कुंडलिया का मृत पार्थिव शरीर रांची रिम्स अस्पताल सशरीर दान के लिए भेजी गई। मोहन कुंडलिया चास के जाने माने व्यवसायी थे l कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि प्रसिद्ध समाजसेवी हम सभी के अभिभावक मोहन कुंडलिया को खो दिया है। यह बोकारो के लिए बड़ी क्षति है। इस कमी को निकट भविष्य में पूरा नहीं किया जा सकता। उन्होंने कई वर्ष पूर्व ही मरणोपरांत अपने शरीर का दान कर दिया था। उनके पार्थिव शरीर को एनाटॉमी विभाग रिम्स रांची को सुपुर्द कर दिया गया। जहां मेडिकल छात्रों के बीच वे अध्ययन और शोध के लिए वर्षों मौजूद रहेंगे।
हेल्पिंग हैंडस के संस्थापक गोपाल मुरारका सहित शहर कई व्यवसायी व समाजसेवियों ने मोहन कुंडलिया के घर पहुंचकर श्रंदाजली दी। गोपाल मुरारका ने कहा की मरनोपरांत शरीर का दान देना जीवन का सबसे उत्तम दान है। शरीर दान से अंग प्रत्यारोपण का काम भी आता है l मौके पर अजनबी जी, संजय सोनी, कांनु कुंडलिया सहित अन्य उपस्थित रहे।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।