Hindi NewsJharkhand NewsBokaro NewsAnnual Khelaychandi Puja and Fair in Chas Draws Hundreds of Villagers

चास के बांधगोडा में खेलाईचंडी पूजा सह लगा एकदिवसीय मेला

चास के बांधगोडा में खेलाईचंडी पूजा सह लगा एकदिवसीय मेलाचास के बांधगोडा में खेलाईचंडी पूजा सह लगा एकदिवसीय मेलाचास के बांधगोडा में खेलाईचंडी पूजा सह लग

Newswrap हिन्दुस्तान, बोकारोThu, 16 Jan 2025 01:07 AM
share Share
Follow Us on

चास प्रतिनिधि। चास के बाधगोड़ा में बुधवार को खेलायचंडी पूजा व एक दिवसीय मेला का आयोजन किया गया। जिसमें बांधगोड़ा से सटे करीब 50 से अधिक गांव के लोग शामिल रहे। विधिवत ग्रामीण देवता की पूजा करते हुए ग्रामीणों ने मेले में जमकर खरीदारी किया। मेले में विधि व्यवस्था को लेकर ग्रामीण युवक वॉलेंटियर के रूप में योगदान दिया। पूजा को लेकर विभिन्न मान्यता व कथा जुड़ी हुई है। । बंग्ला पंचायग में पहला माघ के अवसर पर खेलायचंडी पूजा का आयोजन होता है। इस पूजा के बाद ही ग्रामीण क्षेत्रों में शुभ कार्यों का शुभारंभ होता है। मान्यता है पूजा में शामिल होने मात्र से लोगों के सभी प्रकार के मनोकामनाएं पूरा होता है। असाध्य बीमारी भी होता ठिक:

असाध्य बीमारियों के ग्रसित लोग भी यहां के पूजा में शामिल होने के बाद स्वस्थ्य हुए है। माता दुर्गा की शक्ति रुप की यहां विधिवत पूजा होती है। ग्रामीणों ने बताया कि पूजा लगभग डे़ढ़ सौ से भी अधिक समय से होता आ रहा है। इसमें विभिन्न मान्यता व कथा पूजा के साथ जुड़ा हुआ है। पूजा के बाद ही ग्रामीण क्षेत्रों में शुभ कार्यों का शुभारंभ होता है। मान्यता है पूजा में शामिल होने मात्र से लोगों के सभी प्रकार के मनोकामनाएं पूरा होता है। असाध्य बिमारियों के ग्रसित लोग भी यहां के पूजा में शामिल होने के बाद स्वस्थ्य हुए है। ग्रामीण भोला महतो ने बताया बांधगोड़ा सहित सटे क्षेत्र के प्रत्येक घर के लोग पूजा में शामिल होने की परम्परा है।

साक्षात भक्तों को होती माता की उपस्थिति का एहसास

मंदिर के स्थापना को लेकर लोगों का आस्था जुडा है। बुजुर्गों ने बताया कि राजा के शासन कार्यकाल में माता शक्ति ने स्वपन दिया था। जिसमें क्षेत्र में महामारी सहित अन्य आपदाओं से आमजनों की रक्षा को लेकर साक्षात माता की वहां होने की जानकारी थी। जिसे लेकर उक्त स्थल पर राजा की ओर से पूजा शुरू हुई, जो अब तक जारी है। पूजा के दौरान अभी भी माता की साक्षात उपस्थिति एहसास श्रद्धालुओं को होती है। सच्चें मन व भक्ति से श्रद्धालुओं माता की विशेष कृपा प्राप्त होता है। दूर दराज से भी भारी संख्या में लोग माता की वार्षिक पूजा में शामिल होते है।

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।

अगला लेखऐप पर पढ़ें