मलेशिया में फंसे बोकारो के 18 समेत 61 मजदूर, वतन वापसी की गुहार
झारखंड और यूपी के 61 प्रवासी मजदूर चार महीने से बिना मजदूरी के कठिनाई में हैं। ये मजदूर भोजन और आवश्यकताओं की कमी से जूझ रहे हैं। सोशल मीडिया पर वीडियो साझा कर केंद्र और राज्य सरकार से मदद की गुहार...
गोमिया/बोकारो थर्मल, प्रतिनिधि। झारखंड और यूपी के 61 प्रवासी मजदूर 4 माह से मजदूरी का भुगतान न मिलने के कारण बेहद कठिन हालात का सामना कर रहे हैं। ये मजदूर झारखंड के बोकारो जिला के बेरमो सहित गिरिडीह व हजारीबाग तथा उत्तर प्रदेश से हैं। भोजन और अन्य बुनियादी आवश्यकताओं की कमी के चलते सोशल मीडिया के माध्यम से वीडियो साझा कर अपनी दुर्दशा जाहिर की है और केंद्र एवं राज्य सरकार से अपनी वतन वापसी और बकाया वेतन के भुगतान की गुहार लगाई है।
प्रवासी मजदूरों के हितों के लिए काम करने वाले सिकंदर अली ने इस मामले को उठाते हुए भारत सरकार और झारखंड सरकार से मजदूरों की तत्काल मदद की अपील की है। बोकारो जिला से 18, हजारीबाग जिला से 28 व गिरिडीह जिला से 7 तथा उत्तर प्रदेश से 8 मजदूर फंसे हुए हैं।
इन मजदूरों में बोकारो जिला से वीरेंद्र महतो, रामू कुमार, महावीर महतो, दीपक कुमार तुरी, नेपाली सिंह, दिनेश्वर महतो, चेतलाल महतो, राजेंद्र कुमार महतो, गणेश कुमार महतो, धनपत महतो, नंदलाल महतो, विनोद महतो, धनेश्वर महतो, चुन्नीलाल महतो, परवेज आलम, दामू महतो, दशरथ महतो व नीतीश कुमार हैं।
गिरिडीह सांसद चंद्र प्रकाश चौधरी ने मलेशिया में फंसे झारखंड राज्य के मजदूरों को भारत वापस लाने को लेकर विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर से गंभीरतापूर्वक समुचित व जरूरी कदम उठाने का आग्रह किया है। बताया कि इन मजदूरों को लीड मास्टर इंजीनियरिंग एंड कंस्ट्रक्शन एसडीएन बीएचओ कंपनी द्वारा अनुबंध पर काम करने के लिए मलेशिया लाया गया था।
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