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शेख ताजुद्दीन की हुई थी मॉब लिंचिंग, परिवार को मुआवजा और नौकरी की करेंगे पहल: हिदायदुल्लाह खान

झारखंड अल्पसंख्यक आयोग की टीम ने कपाली में हुई शेख ताजुद्दीन की हत्या को मॉब लिंचिंग बताया है। आयोग ने पीड़ित परिवार से मिलने के बाद पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक की। इस मामले में कार्रवाई...

Newswrap हिन्दुस्तान, आदित्यपुरTue, 14 Jan 2025 03:47 AM
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रांची/आदित्यपुर संवाददाता झारखंड अल्पसंख्यक आयोग की टीम ने कपाली के शेख ताजुद्दीन की हत्या को मॉब लिंचिंग बताया है। सोमवार को कपाली में पीड़ित परिवार से मिलने के बाद आयोग के अध्यक्ष हिदायदुल्लाह खान ने आदित्यपुर थाना क्षेत्र में भी टीम के साथ बैठक की। जिले के पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक कर मामले में कार्रवाई का भी निर्देश दिया।

हिदायदुल्लाह खान के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने पीड़ित के परिजनों से मिलकर बताया कि आठ दिसंबर को आदित्यपुर थाना क्षेत्र के सापड़ा में भीड़ द्वारा पीटकर शेख ताजुद्दीन की हत्या कर दी गई थी। आयोग ने 26 दिसंबर को पुलिस अधीक्षक से इस मामले में कार्रवाई रिपोर्ट मांगी थी। अध्यक्ष ने बताया कि मॉब लिंचिंग के तीन-चार आरोपी अभी भी पुलिस की पकड़ से दूर हैं। पुलिस उन्हें गिरफ्तार कर जल्द जेल भेजे। आयोग पुलिस की जांच में हस्तक्षेप नहीं करेगा। आयोग की टीम मामले की फिर से जांच कर रिपोर्ट तैयार करेगी और मुख्यमंत्री को सौंपेंगी। टीम में उपाध्यक्ष शमशेर आलम, सदस्य वारिस कुरैशी, सदस्य कारी बरकत अली शामिल थे।

इधर, सोमवार को झारखंड अल्पसंख्यक आयोग की टीम के साथ ईचागढ़ विधायक सविता महतो, चांडिल एसडीओ विकास राय भी पीड़ित परिजनों से मिले। दूसरी ओर, आदित्यपुर की बैठक में सरायकेला एसडीपीओ समीर सवैया, कपाली थाना प्रभारी सोनू कुमार और आदित्यपुर के थाना प्रभारी राजीव कुमार शामिल थे। अध्यक्ष ने पुलिस की जांच पर संतोष जताया।

आठ दिसंबर को हुई थी मारपीट : मालूम हो कि 8 दिसंबर को शेख ताजुद्दीन ताजुद्दीन के साथ भीड़ ने आदित्यपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत सापड़ा में मारपीट की थी। पुलिस ने उसे गंभीर अवस्था में टीएमएच में भर्ती कराया गया था। वहां से रिम्स भेज दिया गया, पर इलाज के क्रम में मौत हो गयी। आयोग के अध्यक्ष ने कहा कि भीड़ द्वारा पिटायी की गयी थी, इसलिए यह मामला मॉब लिंचिंग का बनता है। वह पीड़ित परिवार को सरकार से मुआवजा दिलाने का प्रयास करेंगे। सरकारी नौकरी दिलाने का प्रयास करने का आश्वासन पीड़ित परिवार को दिया है, क्योंकि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शेख ताजुद्दीन की मौत को गंभीरता से लिया है।

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