झारखंड देश के अग्रणी राज्यों में शामिल हो ऐसा प्रयास होना चाहिए : राज्यपाल
राज्यपाल संतोष गंगवार ने झारखंड स्थापना दिवस पर बधाई देते हुए कहा कि राज्य में असीम संभावनाएं हैं। उन्होंने 'विकसित भारत-विकसित झारखंड 2047' थीम पर कॉन्क्लेव का उद्घाटन किया, जिसमें उद्योग और शिक्षा...
आदित्यपुर, संवाददाता राज्यपाल संतोष गंगवार ने सभी को झारखंड स्थापना दिवस की बधाई देते हुए कहा कि राज्य में असीम संभावनाएं हैं। झारखंड देश के अग्रणी राज्यों में शामिल हो ऐसा प्रयास होना चाहिए। झारखंड स्थापना भौगोलिक सीमाओं का गठन नहीं, बल्कि आत्मनिर्भर होना है। वह शुक्रवार को बतौर मुख्य अतिथि एनआईटी, जमशेदपुर में तीन दिनी उद्योग-अकादमिक कॉन्क्लेव के शुभारंभ के बाद संबोधित कर रहे थे।
'विकसित भारत-विकसित झारखंड 2047' की थीम पर आयोजित कॉन्क्लेव पर कहा कि यह उद्योग और शिक्षा के बीच सेतु का काम कर रहा है, जो देश को तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने में सहायक साबित होगी।
प्रधानमंत्री ने 2047 में विश्व की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने का जो सपना देखा है, उसे शिक्षण संस्थाओं के प्रयास से साकार किया जा सकेगा। राष्ट्र की प्रगति में नवाचार की बड़ी भूमिका होती है। इससे रोजगार के अवसर मिलेंगे, वहीं औद्योगिक चुनौतियों का समाधान हो सकेगा।
भगवान बिरसा का संघर्ष और बलिदान अद्वितीय : राज्यपाल ने बिरसा मुंडा जयंती पर कहा कि उनका संघर्ष और बलिदान अद्वितीय है। शोषण से मुक्ति, न्याय और आत्मनिर्भर समाज की स्थापना के लिए जो बलिदान दिया है, वह आज हमारे समाज के लिए प्रेरणा स्रोत है। प्रधानमंत्री ने उनकी जयंती को जनजातीय गौरव दिवस के रूप घोषित किया है। हमें भी अधिकार और संस्कृति की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध रहना चाहिए।
मील का पत्थर साबित होगा कॉन्क्लेव : एनआईटी के निदेशक डॉ. गौतम सूत्रधार ने कहा कि यह कॉन्क्लेव थीम के अनुरूप अधिक विकसित और आत्मनिर्भर अर्थव्यवस्था की दिशा में भारत की यात्रा में एक मील का पत्थर साबित होगा। यह विषय 2047 में राष्ट्र शताब्दी वर्ष तक प्रगतिशील भारत और झारखंड के दृष्टिकोण पर प्रकाश डालेगा। कार्यक्रम के दौरान सीआईआई के चेयरमैन एसके बेहरा ने भी संबोधित किया।
राज्यपाल ने स्टॉलों का किया भ्रमण : राज्यपाल ने कॉन्क्लेव में लगे स्टॉलों का भ्रमण कर जानकारी ली। 15 से 17 नवंबर तक आयोजित कॉन्क्लेव में एनआईटी जमशेदपुर, आईआईटी (आईएसएम) धनबाद, आईआईटी पटना, एनआईटी मिजोरम, आईआईटी भिलाई, एनआईटी रायपुर, एनआईटी अगरतला, एनआईटी मणिपुर और एनआईटी नागालैंड जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों का भी सहयोग रहा।
कार्यक्रम के आयोजन में इनका रहा योगदान : कॉन्क्लेव में उद्योग भागीदारों में टाटा स्टील, एनटीपीसी, ग्रीको, पावर ग्रिड कॉर्पोरेशन, मिधानी, गेल, बीसीसीएल, ओएनजीसी, डीवीसी, कोल इंडिया, ब्रेथवेट एंड कंपनी लिमिटेड, आधुनिक, जन्युटेक, लक्ष्म एसोसिएट्स, सीसीएल और रेल विकास निगम लिमिटेड शामिल हैं। कॉन्क्लेव को एसबीआई, केनरा बैंक, एचडीएफसी, एल्सेवियर, स्रिगर-नेचर, कैम्ब्रिज प्रेस, टेलर और फ्रांसिस सहित प्रकाशन गृहों और बैंकों द्वारा प्रायोजित किया गया है।
आज मॉडल प्रतियोगिता में 300 छात्र लेंगे हिस्सा : दूसरे दिन 16 नवंबर को पूरे भारत के स्कूल और कॉलेज के छात्रों के लिए एक मॉडल प्रतियोगिता होगी। इसमें 300 से अधिक छात्र भाग लेंगे, जिसमें 60 से अधिक बाहरी छात्र हिस्सा ले रहे हैं। प्रतिभागियों के बीच वितरित किए जाने वाले कुल पुरस्कार की कीमत लगभग 1 लाख रुपये है। इलेक्ट्रॉनिक्स के क्षेत्र में एक हैकथॉन आयोजित होगा, जिसमें पूरे भारत से लगभग 1600 छात्र शामिल होंगे।
राज्यपाल को दिया गार्ड ऑफ ऑनर : कार्यक्रम से पूर्व राज्यपाल संतोष गंगवार को सरायकेला-खरसावां जिला प्रशासन द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर देकर सम्मानित किया गया। वहीं, राज्यपाल के आगमन को लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे।
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