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Rajouri Encounter: राजौरी टेरर अटैक की साजिश पर बड़ा खुलासा, हमले के पीछे लश्कर का साजिद जट्ट; पढ़ें पूरी कुंडली

राजौरी टेरर अटैक की साजिश पर बड़ा खुलासा हुआ है। इस आतंकी हमले के पीछे पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) समूह का मॉड्यूल बताया जा रहा है। जिसे साजिट जट्ट कंट्रोल कर रहा है।

Gaurav Kala शिशिर गुप्ता, हिन्दुस्तान टाइम्स, नई दिल्लीSat, 6 May 2023 09:40 AM
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Rajouri Encounter: भारतीय सेना ने राजौरी आतंकी हमले में अपने पांच जवानों की शहादत का बदला लेने के लिए भाटा धूरियन इलाके में कंडी जंगल में बड़े पैमाने पर आतंकवाद विरोधी अभियान शुरू किया है। इस ऑपरेशन में एक आतंकी मारा जा चुका है और कई आतंकियों के घायल होने की सूचना है। इस बीच राजौरी टेरर अटैक की साजिश पर बड़ा खुलासा हुआ है। इस आतंकी हमले के पीछे पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) समूह का मॉड्यूल बताया जा रहा है। राजौरी के जंगल में लश्कर का टॉप कमांडर हबीबुल्ला उर्फ साजिद जट्ट आतंकी हमले को नियंत्रित कर रहा है। पढ़ें, इस आतंकी की पूरी कुंडली

लोकल सपोर्ट और लश्कर के दो ग्रुप
जम्मू और कश्मीर और साउथ ब्लॉक से उपलब्ध जानकारी के अनुसार, स्थानीय समर्थन के साथ राजौरी-पुंछ सेक्टर में लश्कर के आतंकवादियों के दो समूहों के होने की संभावना है। समझा जाता है कि दो-तीन पाकिस्तानी और तीन स्थानीय आतंकवादियों का एक समूह 20 अप्रैल को भाटा-धुरियान इलाके में सेना के एक वाहन पर हुए हमले में शामिल था, जिसमें भारतीय सेना के पांच जवान शहीद हो गए थे। 9 पैरा कमांडो पर हमले और घात के पैमाने को देखते हुए, सुरक्षा एजेंसियों का मानना ​​है कि क्षेत्र में सक्रिय दो पाकिस्तानियों के साथ पांच आतंकवादियों का एक और समूह हो सकता है।

एक आतंकी ढेर, बड़ी मात्रा में गोला-बारूद बरामद
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, भारतीय सेना ने एक ताजा बयान में कहा, "गोलाबारी में 1 आतंकवादी को मार गिराया गया है और 1 और के घायल होने की संभावना है। अब तक की गई बरामदगी में 1 AK56, AK के 4 मैग, AK के 56 राउंड, मैग के साथ 1x9mm पिस्टल, 3 ग्रेनेड और 1 गोला बारूद शामिल हैं। मारे गए आतंकी की पहचान की जा रही है। ऑपरेशन जारी है।"

लश्कर कमांडर हबीबुल्ला हमले का मास्टरमाइंड
सुरक्षा एजेंसियों के अनुसार, लश्कर कमांडर हबीबुल्ला मलिक उर्फ ​​साजिद जट्ट उर्फ ​​साजिद लंगड़ा, जम्मू क्षेत्र के महोरे रियासी निवासी रियाज अहमद उर्फ ​​कासिम के साथ कब्जे वाले कश्मीर के कोटली में नियंत्रण रेखा के उस पार से कांडी जंगल के आतंकी हमलों को नियंत्रित कर रहा है। बताया जा रहा है कि हबीबुल्ला को इस आतंकी हमले में मदद लाहौर के मुरीदके में लश्कर मुख्यालय से मिल रही है, जहां से पुंछ के मेंढर का निवासी रफीक नाई उर्फ ​​सुल्तान पाकिस्तान में बैठकर इसे कंट्रोल कर रहा है।

हबीबुल्ला उर्फ साजिद की कुंडली
पाकिस्तान के पंजाब में कसूर का निवासी साजिद जट जम्मू-कश्मीर में लश्कर का ऑपरेशनल कमांडर है। वह दक्षिण कश्मीर में भर्ती, हथियार, तस्करी और आतंक के वित्तपोषण जैसी आतंकवादी गतिविधियों के समन्वय में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। एक कश्मीरी से विवाहित, जट्ट कश्मीर में आतंकवादी कैडर के लिए जम्मू क्षेत्र में हथियार और गोला-बारूद की खेप पहुंचाने में भी शामिल है। वह भारतीय सुरक्षा बलों पर राजौरी हमलों के पीछे मुख्य संदिग्ध है।

जट्ट के साथी आतंकी
अन्य प्रमुख संदिग्धों में एक रियाज अहमद है, जिसे पीओके के मीरपुर-कोटली इलाके में देखा गया है। राजौरी-पुंछ क्षेत्र में लश्कर के लिए ड्रोन संचालन में शामिल, कासिम अपने स्थानीय नेटवर्क का उपयोग करके आतंकवादियों को रसद भी प्रदान करता है। वह 1 जनवरी, 2023 को धनगरी में हमले की साजिश रचने वाले आतंकवादियों की मदद करने में शामिल था।

जट्ट आतंकी मॉड्यूल के हिस्से में रफीक नाई उर्फ ​​सुल्तान पुंछ-राजौरी सेक्टर में लश्कर के लिए ड्रग्स, हथियारों की तस्करी और आतंकवादियों की घुसपैठ में शामिल रहा है। उसने जट्ट के साथ 2021 में उसी भाटा धूरियन वन क्षेत्र में भारतीय सेना के जवानों पर हमला करने वाले आतंकवादियों को मदद की, जिसके परिणामस्वरूप नौ भारतीय सैनिक गोलाबारी में मारे गए।

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