अधर में लटका CPEC प्रोजेक्ट, चीन से सामने फिर गिड़गिड़ाने चला पाक; क्या मदद करेगा ड्रैगन
शरीफ राष्ट्रपति चिनफिंग के निमंत्रण पर चार से आठ जून तक चीन में रहेंगे। इस यात्रा का उद्देश्य सीपीईसी परियोजना के तहत सहयोग बढ़ाना है।
नगदी की तंगी झेल रहे पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ एक बार फिर चीन की शरण में जा रहे हैं। बीते कुछ दिनों से चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (सीपीईसी) प्रोजेक्ट अधर में लटका हुआ है। इस प्रोजेक्ट के भविष्य को लेकर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ मंगलवार को चीन की पांच दिवसीय यात्रा पर जायेंगे। इस दौरान वह चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग के साथ वार्ता करेंगे। वार्ता के दौरान द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने के लिए संयुक्त रूप से एक खाका तैयार किया जायेगा। ये दोनों देश अरबों डॉलर के सीपीईसी के तहत सहयोग बढ़ाना चाहते हैं।
पाकिस्तान के विदेश कार्यालय की प्रवक्ता मुमताज जहरा बलोच ने शुक्रवार को इस्लामाबाद में अपनी साप्ताहिक प्रेस वार्ता में कहा कि शरीफ राष्ट्रपति चिनफिंग के निमंत्रण पर चार से आठ जून तक चीन में रहेंगे। इस यात्रा का उद्देश्य सीपीईसी परियोजना के तहत सहयोग बढ़ाना है, क्योंकि दोनों पक्ष परियोजना के दूसरे चरण को शुरू करने के लिए तत्पर हैं। सीपीईसी परियोजना एक दशक पहले शुरू की गई थी और कई ऊर्जा और बुनियादी ढांचा परियोजनाएं पहले ही पूरी हो चुकी हैं।
चीन के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता माओ निंग ने बीजिंग में कहा, ‘‘चीन की यात्रा के दौरान, प्रधानमंत्री शरीफ राष्ट्रपति चिनफिंग के साथ वार्ता करेंगे और चीन-पाकिस्तान संबंधों के विकास के लिए एक खाका तैयार करेंगे।’’ मार्च में पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) पार्टी के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार के सत्ता में आने के बाद शरीफ की यह पहली चीन यात्रा होगी।
माओ ने एक प्रेस वार्ता में बताया कि यात्रा के दौरान शरीफ चीनी प्रधानमंत्री ली केकियांग और अन्य अधिकारियों के साथ चीन-पाकिस्तान संबंधों और आपसी हितों के मुद्दों पर गहन चर्चा करेंगे। उन्होंने कहा कि चीन और पाकिस्तान रणनीतिक साझेदार हैं और दोनों देशों की मित्रता समय की कसौटी पर खरी उतरी है तथा यह साझेदारी मजबूत और स्थिर बनी हुई है।
बीजिंग के अलावा, 72 वर्षीय शरीफ गुआंग्डोंग और शानक्सी प्रांतों का भी दौरा करेंगे। माओ ने कहा कि दोनों पक्षों ने अंतरराष्ट्रीय और क्षेत्रीय मामलों में भी अच्छा संचार और समन्वय बनाए रखा है। माओ ने कहा, ‘‘चीन इस यात्रा के माध्यम से पाकिस्तान के साथ मिलकर काम करने के लिए तैयार है, ताकि हमारी रणनीतिक साझेदारी में और अधिक प्रगति हो सके।’’
इस बीच प्रधानमंत्री शरीफ ने चीन की अपनी आगामी यात्रा के संबंध में इस्लामाबाद में शुक्रवार को एक बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में चीनी कंपनियों को पाकिस्तान में उद्योग स्थापित करने के लिए प्रोत्साहित करने हेतु एक कार्य योजना तैयार करने का निर्देश दिया गया। शरीफ ने आश्वासन दिया कि पाकिस्तान चीन के उद्योगपतियों और निवेशकों को हर संभव सुविधा प्रदान करेगा।
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