अमेरिका ने नाइंसाफी की, हमारे हथियार तो सुरक्षा के लिए हैं; पाबंदी पर खूब भड़के शहबाज शरीफ
- पीएम शहबाज शरीफ ने कहा, ‘मिसाइल कार्यक्रम मेरा नहीं है, न ही किसी राजनीतिक दल का है। यह देश के 240 मिलियन लोगों का है और इसे लेकर कोई समझौता नहीं होगा।’
पाकिस्तान प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ अमेरिका की ओर से उसके मिसाइल कार्यक्रम को लेकर लगाए प्रतिबंधों पर भड़के हुए हैं। उन्होंने मंगलवार को कहा कि हमारे देश पर लगाए गए अमेरिकी प्रतिबंधों का कोई औचित्य नहीं है। उन्होंने यह भी साफ कर दिया कि मिसाइल कार्यक्रम को लेकर कोई समझौता नहीं होगा। संघीय कैबिनेट की बैठक में बोलते हुए पीएम शहबाज ने कहा, 'पाकिस्तान का परमाणु कार्यक्रम पूरी तरह से रक्षात्मक मकसद के लिए है। आक्रामकता के लिए इसका इस्तेमाल नहीं किया जाएगा। देश अपनी सुरक्षा के लिए मजबूत कदम आगे भी उठाता रहेगा।'
शहबाज शरीफ ने राष्ट्रीय रक्षा परिसर और पाकिस्तानी फर्मों पर लगाई गई पाबंदियों को लेकर कड़ा ऐतराज जताया। उन्होंने कहा कि ऐसी कार्रवाइयों का कोई कारण ही नहीं बनता है। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने भी इस मामले पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। इसका हवाला देते हुए पीएम शहबाज ने कहा, 'मिसाइल कार्यक्रम मेरा नहीं है, न ही किसी राजनीतिक दल का है। यह देश के 240 मिलियन लोगों का है और इसे लेकर कोई समझौता नहीं होगा। पूरा देश इस मुद्दे पर एकजुट हो गया है।'
4 पाकिस्तानी कंपनियों पर लगाया प्रतिबंध
गौरतलब है कि अमेरिका ने पाकिस्तान के बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम में योगदान देने के आरोप में 4 पाकिस्तानी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया है। इनमें इस्लामाबाद स्थित एनडीसी के अलावा कराची स्थित अख्तर एंड संस प्राइवेट लिमिटेड, एफिलिएट्स इंटरनेशनल और रॉकसाइड एंटरप्राइज शामिल हैं। अमेरिका के एक सीनियर अधिकारी ने कहा कि पाकिस्तान के लंबी दूरी के बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम को समर्थन देने से इनकार करना वाशिंगटन की पुरानी नीति है। विदेश विभाग के प्रधान उपप्रवक्ता वेदांत पटेल ने कहा, ‘यह इनकार पाकिस्तान के लंबी दूरी के बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम के संबंध में हमारी चिंताओं पर आधारित हैं। इनसे अन्य क्षेत्रों में अमेरिका और पाकिस्तान के बीच मौजूद व्यापक सहयोग प्रभावित नहीं होता।’
'बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम US के लिए खतरा'
व्हाइट हाउस के सीनियर अधिकारी ने कहा कि पाकिस्तान अत्याधुनिक मिसाइल तकनीक विकसित कर रहा है, जिससे वह अमेरिका सहित दक्षिण एशिया के पार हमला करने में सक्षम हो जाएगा। एक प्रकार से यह बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम यूएस के लिए खतरा है। प्रधान उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन फाइनर ने कहा, ‘जो बाइडन प्रशासन ने लंबी दूरी की मिसाइल प्रणालियां विकसित करने से रोक लगाने की दिशा में कई कदम उठाए हैं। हमने पाकिस्तान के बैलिस्टिक-मिसाइल कार्यक्रम को समर्थन देने वाली गैर-पाकिस्तानी कंपनियों के खिलाफ प्रतिबंध लगाए थे।’
(एजेंसी इनपुट के साथ)
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।