पाकिस्तान का पीछा नहीं छोड़ रहा जंगली पोलियो वायरस, इस्लामाबाद में 16 साल बाद मिला केस
- पोलियो उन्मूलन के लिए प्रधानमंत्री की विशेष प्रतिनिधि आयशा रजा फारूकी ने कहा, ‘यह बेहद दुखद है कि एक और पाकिस्तानी बच्चा ऐसे रोग से ग्रसित हुआ है जिसका कोई इलाज नहीं है।’
पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में पिछले 16 वर्ष में पोलियो का पहला मामला सामने आया है। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। यह घटना देश से इस गंभीर वायरस को खत्म करने के राष्ट्रीय प्रयासों के लिए एक बड़ा झटका है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य संस्थान की प्रयोगशाला के अनुसार, इस्लामाबाद के यूनियन काउंसिल रूरल चार में एक बच्चे में जंगली पोलियो वायरस टाइप 1 (WPV1) पाया गया है। आधिकारिक बयान में कहा गया कि यह पिछले 16 वर्ष में इस्लामाबाद में सामने आया पहला मामला है।
आधिकारिक बयान के मुताबिक, यह नवीनतम मामला पाकिस्तान में इस वर्ष पोलियो का 17वां मामला है। पोलियो उन्मूलन के लिए प्रधानमंत्री की विशेष प्रतिनिधि आयशा रजा फारूकी ने कहा, 'यह बेहद दुखद है कि एक और पाकिस्तानी बच्चा ऐसे रोग से ग्रसित हुआ है जिसका कोई इलाज नहीं है। हालांकि, आसानी से उपलब्ध होने वाले टीके की मदद से इसे पूरी तरह से रोका जा सकता है।' पोलियो उन्मूलन के लिए राष्ट्रीय आपातकालीन संचालन केंद्र के संयोजक मुहम्मद अनवर उल हक ने बीते दिनों अहम जानकारी दी थी। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान सरकार ने इस साल पोलियो-रोधी 6 अभियान चलाए हैं।
बच्चों को पोलियो की खुराक पिलने की सलाह
जियो न्यूज की खबर के अनुसार, इसी साल जुलाई में पोलियो का मामला बलूचिस्तान प्रांत के झोब जिले में सामने आया था। प्रांत के झोब इलाके के हसनजई का डेढ़ साल का बच्चा पोलियो की चपेट में आया। डॉ. मलिक मुख्तार अहमद ने कहा कि इस साल देश में 9 बच्चे पोलियो वायरस से प्रभावित हुए हैं। पोलियो उन्मूलन के क्षेत्र में काम करने वाली आयशा रजा फारूक ने लोगों को अपने बच्चों को पोलियो की खुराक पिलने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि पोलियो को रोकने के लिए दवा की अधिक खुराक की जरूरत है।
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