बेरोजगारी की फैक्ट्री खोल रहा पाकिस्तान, खत्म कर दीं 1.5 लाख नौकरियां; पेंशन में भी कटौती
- आईएमएफ से कर्ज लेने और अपनी अर्थव्यवस्था सुधारने के लिए पाकिस्तान अब बेरोजगारी की फैक्ट्री खोल रहा है। पाकिस्तान की सरकार ने डेढ़ लाख सरकारी नौकरियां खत्म करने का ऐलान किया है।
आतंकवाद की फैक्ट्री कहा जाने वाला पाकिस्तान अब बेरोजगारी को भी बढ़ावा देने में कसर नहीं छोड़ रहा है। आर्थिक तंगी से जूझ रहे पाकिस्तान की सरकार ने 60 प्रतिशत खाली पदों को खत्म करने का ऐलान कर दिया है। इसके मुताबिक पाकिस्तान ने डेढ़ लाख सरकारी नौकरियां खत्म कर दी हैं। बीते दिनों पाकिस्तान की सरकार ने सेना के रिटायर्ड जवानों की पेंशन में भी कटौती का ऐलान किया था।
पाकिस्तान के वित्त मंत्री मुहम्मद औरंगजेब ने हम संघीय सरकार के आकार को चरणबद्ध तरीके से कम कर रहे हैं। अब तक 80 विभागों को 40 में डिजॉल्व कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि सरकार का इरादा जून, 2025 तक इन सुधारों को पूरा करने का है। उन्होंने कहा कि 60 प्रतिशत रिक्त पदों को खत्म कर दिया गया, जो करीब 1.5 लाख सरकारी नौकरियों के बराबर है।
पाकिस्तान के वित्त मंत्री ने यह भी कहा कि सरकार से संबद्ध एजेंसियों की संख्या में भी कटौती की जाएगी। इसका मतलब है कि बेरोजगारों की संख्या में और बढ़ोतरी करने का प्लान तैयार कर लिया गया है। पाकिस्तान की सरकार ने कहा है कि पेंशनभोगियों की पेंशन अब अंतिम वेतनके आधार पर नहीं बल्कि दो वर्षों के वेतन के औसत के आधार पर तय की जाएगी। 1 जनवरी से यह बदलाव लागू भी कर दिया गया है। जिन लोगों को पेंशन मिल रही है वे भी इसके दायरे में आएंगे। ऐसे में बहुत सारे लोगों की पेंशन कम हो जाएगी।
पाकिस्तान की सरकार ने नए कर्मचारियों के लिए पेंशन योजना खत्म कर दी है। बता दें कि आईएमएफ से पैकेज पाने के लिए पाकिस्तान इस तरह के कदम उठा रहा है। आईएमएफ ने पाकिस्तान के सामने कई शर्तें रखी थीं। पाकिस्तान में महंगाई चरम पर है। लोगों दाने-दाने को मोहताज हैं। ऐसे में इस तरह से नौकरियों को खत्म करना भी आम जनता के लिए बहुत बड़ा झटका है। (PTI से इनपुट्स के साथ)
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