पाकिस्तान के पास है भी नहीं एयरक्राफ्ट, नेवी बोली- हमने समुद्र में कर दिया था तैनात; कई झूठ बेनकाब
पाकिस्तानी नेवी का समुद्र में एयरक्राफ्ट तैनात करने का दावा एक और झूठ है, जो उनकी हताशा और प्रोपेगेंडा की रणनीति को दर्शाता है। भारत ने न केवल सैन्य मोर्चे पर, बल्कि सूचना युद्ध में भी पाकिस्तान को करारा जवाब दिया है।

पाकिस्तान एक बार फिर अपने झूठ और प्रोपेगेंडा के जाल में फंसता नजर आ रहा है। हाल ही में पाकिस्तानी नेवी ने दावा किया कि उसने समुद्र में पनडुब्बी, जहाज और एयरक्राफ्ट तैनात किए हैं। इस बयान ने न केवल सोशल मीडिया पर पाकिस्तान की फजीहत करा दी, बल्कि कई सवाल भी खड़े कर दिए। सबसे बड़ा सवाल यह कि क्या पाकिस्तान के पास समुद्र में एयरक्राफ्ट तैनात करने की क्षमता भी है? बिना एयरक्राफ्ट कैरियर के यह दावा बेहद हास्यास्पद नजर आ रहा है।
पाकिस्तानी नेवी का दावा और उसका सच
11 मई की रात पाकिस्तानी सेनाओं ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान पाक नेवी ने एक बयान जारी कर कहा कि उसने समुद्र में अपनी ताकत दिखाने के लिए पनडुब्बी, जहाज और एयरक्राफ्ट तैनात किए हैं। इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर कई यूजर्स ने इसका मजाक उड़ाया। एक एक्स पोस्ट में यूजर ने तंज कसते हुए लिखा, "बिना एयरक्राफ्ट कैरियर के इन्होंने एयरक्राफ्ट कराची के मछली बाजार में तैनात किया था???"। इसी तरह एक अन्य यूजर ने लिखा, "ये नौसेना नहीं, पूरा नेशनल सर्कस चला रहे हैं।"।
गौरतलब है कि पाकिस्तान के पास वर्तमान में कोई सक्रिय एयरक्राफ्ट कैरियर नहीं है, जो समुद्र में लड़ाकू विमानों को तैनात करने में सक्षम हो। ऐसे में नेवी का यह दावा तकनीकी रूप से असंभव और हास्यास्पद है। पाकिस्तानी नेवी के पास कुछ हेलीकॉप्टर और समुद्री गश्ती विमान जैसे P-3C Orion हैं, लेकिन इन्हें "एयरक्राफ्ट" कहकर प्रचारित करना भ्रामक है।
एडिटेड वीडियो से झूठ फैलाती पकड़ी गई पाक सेना
केवल एयरक्राफ्ट वाला झूठ ही नहीं, बल्कि पाक आर्मी ने एडिटेड वीडियो के सहारे भी अपनी फजीहत कराई। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पाकिस्तानी सेना ने एक भारतीय न्यूज चैनल का एडिटेड वीडियो चलाया। पाकिस्तान ने वीडियो को इस तरह से क्रॉप किया जिससे लगे कि भारत के अंदर के हालात बिगड़े हुए हैं। जबकि असली वीडियो में इसके उलट था। इसमें भारतीय मीडिया पाकिस्तान के अंदरूनी हालात पर चर्चा कर रहा था, न कि भारत पर किसी हमले की। वीडियो में एंकर पाकिस्तान के अंदर भारतीय मिसाइल हमलों को लेकर बात कर रही थीं कि कैसे भारत ने उसके एयरबेस को उड़ा दिया। जबकि पाकिस्तान ने ये दिखाने की कोशिश की कि ये भारत के हालात थे।
पाकिस्तान का झूठ बोलने का इतिहास
यह पहली बार नहीं है जब पाकिस्तान ने इस तरह के भ्रामक दावे किए हैं। ऑपरेशन सिंदूर के बाद भी पाकिस्तान ने कई फर्जी खबरें फैलाई। भारत ने 6-7 मई को पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में पाकिस्तान और PoK में 9 आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की थी। इस कार्रवाई में 100 से अधिक आतंकी मारे गए। इसके बाद पाकिस्तान ने दावा किया कि उसने भारतीय वायुसेना के 5 लड़ाकू विमानों, जिनमें राफेल भी शामिल थे, को मार गिराया।
हालांकि, भारत के पत्र सूचना कार्यालय (PIB) ने इन दावों को खारिज करते हुए स्पष्ट किया कि पाकिस्तान पुरानी तस्वीरों और वीडियो का इस्तेमाल कर रहा है। उदाहरण के तौर पर, एक वायरल तस्वीर को राफेल जेट गिराने का दावा किया गया, जो वास्तव में 2021 में पंजाब के मोगा में मिग-21 के दुर्घटनाग्रस्त होने की थी। इसी तरह, श्रीनगर एयरबेस पर हमले का दावा करने वाला वीडियो 2020 के बेरूत धमाके का निकला।
पाकिस्तान के अन्य फर्जी दावे
राफेल पायलट की गिरफ्तारी: पाकिस्तान ने दावा किया कि एक भारतीय महिला राफेल पायलट को गिरफ्तार किया गया है। PIB ने इस खबर को पूरी तरह फर्जी बताया। झूठ पकड़े जाने पर खुद पाकिस्तान आर्मी ने सफाई दी कि उसके पास कोई भारतीय पायलट नहीं है।
दिल्ली तक ड्रोन का दावा: पाकिस्तानी आर्मी ने दावा किया कि उसके ड्रोन राजधानी दिल्ली तक पहुंच गए। ये दावा भी सरासर झूठ निकला। दिल्ली तो दूर, उसके आसपास भी पाकिस्तानी ड्रोन नहीं पहुंच पाए। उससे पहले ही भारत की वायु रक्षा प्रणाली ने उन्हें मार गिराया।
भारतीय ब्रिगेड मुख्यालय पर हमला: पाकिस्तानी यूजर्स ने दावा किया कि भारतीय ब्रिगेड मुख्यालय नष्ट कर दिया गया, लेकिन यह भी फर्जी निकला।
पाकिस्तानी रक्षा मंत्री का झूठ: ख्वाजा आसिफ ने 5 भारतीय विमानों को मार गिराने का दावा किया, लेकिन सबूत मांगने पर कोई जवाब नहीं दे सके। एक विदेशी न्यूज एंकर यल्दा हकीम ने पाकिस्तानी सूचना मंत्री अताउल्लाह तरार को लाइव डिबेट में झूठ बोलने पर लताड़ लगाई।
भारत की जवाबी कार्रवाई और डिजिटल युद्ध
ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान न केवल सैन्य मोर्चे पर, बल्कि डिजिटल युद्ध में भी हार रहा है। भारत ने न केवल आतंकी ठिकानों को ध्वस्त किया, बल्कि पाकिस्तान के प्रोपेगेंडा को भी बेनकाब किया। PIB की फैक्ट-चेक यूनिट ने 8 मई की रात से 9 मई की सुबह तक सात वायरल वीडियो की सच्चाई उजागर की, जिनका मकसद भारतीय जनता में भय और भ्रम फैलाना था।
भारत ने पाकिस्तान के मिसाइल और ड्रोन हमलों को भी नाकाम कर दिया। भारतीय वायु रक्षा प्रणाली, विशेष रूप से S-400 सुदर्शन चक्र ने पाकिस्तानी ड्रोनों और मिसाइलों को नष्ट कर दिया। इसके जवाब में भारत ने लाहौर, कराची और रावलपिंडी में पाकिस्तानी सैन्य ठिकानों पर लक्षित हमले किए, जिससे उनकी वायु रक्षा रडार को भारी नुकसान पहुंचा।
पाकिस्तान की बौखलाहट और विश्व मंच पर अलगाव
पाकिस्तान की इस हार से उसकी बौखलाहट साफ दिख रही है। विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा था, "पाकिस्तान 75 साल से झूठ बोल रहा है। कश्मीर से लेकर आतंकवाद तक, उसकी झूठ बोलने की आदत पुरानी है।"
चीन की नापाक चाल
पाकिस्तान के साथ-साथ चीन ने भी ऑपरेशन सिंदूर के बाद गलत सूचना फैलाने की कोशिश की। चीनी सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने पुरानी तस्वीरों का इस्तेमाल कर भारत के खिलाफ प्रचार किया, जिसे भारतीय दूतावास ने खारिज कर दिया। दूतावास ने कहा, "ग्लोबल टाइम्स को तथ्यों की जांच करनी चाहिए। यह पत्रकारिता नैतिकता की गंभीर चूक है।"।
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