Hindi Newsविदेश न्यूज़pakistan air pollution on maximum level 20 lakh fell ill and reached hospitals

पाकिस्तान में पलूशन से बीमार पड़े 20 लाख, अकेले लाहौर में 12 लाख लोग अस्पताल पहुंचे

  • पाकिस्तानी पंजाब के स्वास्थ्य विभाग के अनुसार पलूशन से पीड़ित 19 लाख 34 हजार से ज्यादा लोगों ने अस्पतालों का रुख किया। इनमें से 12 लाख लोग अकेले लाहौर या उसके आसपास के इलाकों के ही रहने वाले हैं। इनमें से ज्यादातर लोगों की शिकायत थी कि उन्हें सांस लेने में दिक्कत थी। छाती में जकड़न जैसी महसूस हुई।

Surya Prakash लाइव हिन्दुस्तान, लाहौरFri, 15 Nov 2024 12:21 PM
share Share

पाकिस्तान के पंजाब सूबे में एयर पलूशन ने कोहराम मचा दिया है। इसका सबसे ज्यादा असर पंजाब के बड़े शहर लाहौर में दिख रहा है, लेकिन पूरा सूबा ही प्रभावित है। हालात ऐसे हैं कि एयर पलूशन की चपेट में आने से करीब 20 लाख लोग बीमार हुए हैं और वे इलाज के लिए अस्पताल पहुंचे। पाकिस्तानी पंजाब के स्वास्थ्य विभाग के अनुसार पलूशन से पीड़ित 19 लाख 34 हजार से ज्यादा लोगों ने अस्पतालों का रुख किया। इनमें से 12 लाख लोग अकेले लाहौर या उसके आसपास के इलाकों के ही रहने वाले हैं। इनमें से ज्यादातर लोगों की शिकायत थी कि उन्हें सांस लेने में दिक्कत थी। छाती में जकड़न जैसी महसूस हुई।

हालात यह हैं कि तमाम चिंताओं के बाद भी लाहौर में एयर क्वॉलिटी इंडेक्स 1000 के पार बना हुआ है। गुरुवार की रात को तो यह 1100 हो गया था। बीते दो सप्ताह में लाहौर समेत पूरे पंजाब की ही स्थिति खराब रही है। मुल्तान में भी पलूशन चरम पर पहुंच गया है और वहां तो दो बार एयर क्वॉलिटी इंडेक्स 2000 के पार हो गया। हालात यह हैं कि लाहौर में सरकार ने लोगों को घरों में ही रहने की सलाह दी है और जरूरी काम से ही निकलने को कहा गया है। इसके अलावा एक्सपर्ट्स का कहना है कि बीते साल की तुलना में लाहौर में पलूशन का लेवल 23 फीसदी ज्यादा हो गया है।

इस पलूशन के चलते लोगों को सांस लेने में परेशानी हो रही है तो वहीं मानसिक विकार भी उत्पन्न हो रहे हैं। कई लोगों को तो डिप्रेशन जैसी समस्याएं भी इसके चलते हुई हैं। बच्चों की ग्रोथ पर भी इसका असर दिख रहा है। पाकिस्तान में ऐसा पहली बार हुआ है, जब प्रदूषण से बीमार पड़े लोगों का आंकड़ा एकत्र किया गया है। इस डेटा में सांस की समस्या, अस्थमा, हार्ट की बीमारी, स्ट्रोक एवं आंखों में जलन जैसी बीमारियों को शामिल किया गया है।

यह डेटा लोगों की सेहत पर पड़ने वाले असर की एकदम सही तस्वीर तो नहीं देता, लेकिन एक संकेत तो है कि कितनी बड़ी संख्या में एयर पलूशन लोगों को शिकार बना रहा है। वहीं बड़ी संख्या ऐसे लोगों की भी रहती है, जो अस्पताल आदि नहीं जाते और घर में ही अलग-अलग तरीकों से खुद को स्वस्थ बनाए रखने का प्रयास करते हैं।

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।

अगला लेखऐप पर पढ़ें