कश्मीर पर फिर तिलमिलाया पाकिस्तान, झूठी बयानबाजी पर उतरा, छिपाईं अपनी नाकामियां
- शहबाज ने रविवार को कश्मीरियों के आत्मनिर्णय के अधिकार की वकालत करते हुए बयान दिया, लेकिन असलियत यह है कि पाकिस्तान खुद अपनी धरती पर मानवाधिकारों का गंभीर उल्लंघन करता रहा है।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने एक बार फिर कश्मीर का मुद्दा उठाते हुए भारत पर झूठे आरोप लगाए हैं। शहबाज ने रविवार को कश्मीरियों के आत्मनिर्णय के अधिकार की वकालत करते हुए बयान दिया, लेकिन असलियत यह है कि पाकिस्तान खुद अपनी धरती पर मानवाधिकारों का गंभीर उल्लंघन करता रहा है।
5 जनवरी को ‘कश्मीरियों के आत्मनिर्णय अधिकार दिवस’ के रूप में मनाने की बात करते हुए शहबाज ने संयुक्त राष्ट्र के पुराने प्रस्तावों का हवाला दिया। हालांकि, यह जगजाहिर है कि पाकिस्तान ने न सिर्फ इन प्रस्तावों की शर्तों को नजरअंदाज किया, बल्कि पीओके और गिलगित-बाल्तिस्तान जैसे क्षेत्रों में भी अवैध कब्जा जमाकर वहां के नागरिकों के अधिकारों को कुचला।
फिर सामने आई पाकिस्तान की खिसियाहट
शहबाज शरीफ ने दावा किया कि भारत ने 5 अगस्त 2019 को अनुच्छेद 370 हटाकर कश्मीर की स्वायत्तता को समाप्त किया। गौरतलब है कि यह कदम भारत के अंदरूनी मामलों का हिस्सा था और इसका उद्देश्य जम्मू-कश्मीर को विकास की मुख्यधारा से जोड़ना था। इसके बावजूद, पाकिस्तान ने इसे अंतरराष्ट्रीय मंचों पर गलत तरीके से पेश करने की कोशिश की।
पाकिस्तान कश्मीर में अधिकारों के हनन के झूठे आरोप लगाता है, लेकिन खुद बलूचिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा में आम नागरिकों पर बर्बरता करता है। गिलगित-बाल्तिस्तान में हालात इतने खराब हैं कि वहां के लोग पाकिस्तानी सेना और सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करते रहते हैं।
भारत के कदम और पाकिस्तान की बौखलाहट
2019 में किए गए संवैधानिक सुधारों के बाद, जम्मू-कश्मीर में शांति और विकास का नया युग शुरू हुआ। वहां निवेश बढ़ा, पर्यटन फल-फूल रहा है और स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर मिल रहे हैं। इसके विपरीत, पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत की छवि खराब करने में लगा है।
पाकिस्तान की दोहरी नीति
शहबाज शरीफ और राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने कश्मीरियों के लिए राजनीतिक और नैतिक समर्थन जारी रखने की बात कही। लेकिन असल मायने में यह समर्थन क्या है ये सभी जनाते हैं। बता दें पाकिस्तान न सिर्फ आतंकवादियों को पनाह देता है, बल्कि उन्हें भारत के खिलाफ इस्तेमाल करता है।
भारत का स्पष्ट रुख
भारत ने हमेशा स्पष्ट किया है कि जम्मू-कश्मीर उसका अभिन्न हिस्सा है। पाकिस्तान को आतंकवाद का समर्थन बंद करना चाहिए और अपने अंदरूनी हालात पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। कश्मीर को लेकर झूठी बयानबाजी करके पाकिस्तान अपनी नाकामियों को छुपाने की कोशिश कर रहा है, लेकिन दुनिया अब उसकी मंशाओं को समझ चुकी है।
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