Hindi Newsविदेश न्यूज़North Korea Angry on US secretary of state Marco Rubio over his rogue state comment

डोनाल्ड ट्रंप करना चाहें दोस्ती, विदेश मंत्री ने कह डाला ‘दुष्ट’; भड़क उठा तानाशाह किम का देश

  • अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने उत्तर कोरिया को दुष्ट देश कहा था। इसको लेकर उत्तर कोरिया के विदेश मंत्रालय ने उन्हें जमकर सुनाया है। साथ ही एक चेतावनी भी दी है।

Deepak लाइव हिन्दुस्तान, प्योंगगैंगMon, 3 Feb 2025 11:13 AM
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डोनाल्ड ट्रंप करना चाहें दोस्ती, विदेश मंत्री ने कह डाला ‘दुष्ट’; भड़क उठा तानाशाह किम का देश

उत्तर कोरियाई विदेश मंत्रालय अपने देश पर अमेरिकी विदेश मंत्री की टिप्पणी को लेकर भड़क उठा है। असल में अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने उत्तर कोरिया को दुष्ट देश कहा था। इसको लेकर उत्तर कोरिया के विदेश मंत्रालय ने उन्हें जमकर सुनाया है। इसके अलावा उत्तर कोरिया ने चेतावनी भी दी है कि ऐसी बेतुकी टिप्पणियों से कभी भी अमेरिका का भला नहीं होने वाला। उत्तर कोरियाई विदेश मंत्रालय के बयान में कहा गया है कि अमेरिकी फॉरेन पॉलिसी के प्रभारी से ऐसा बयान दिखाता है कि नॉर्थ कोरिया को लेकर उनके रवैये में कोई बदलाव नहीं आया है। बता दें कि डोनाल्ड ट्रंप नॉर्थ कोरिया के किम उन जोंग की तारीफ कर चुके हैं।

गौरतलब है कि अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने मीडिया में एक इंटरव्यू दिया था। इस इंटरव्यू में उन्होंने उत्तरी कोरिया को दुष्ट देश का तमगा दिया था। उन्होंने यह बात 30 जनवरी को ‘द मेगन केली शो’ में कही थी। वह इस शो में विदेश नीति की चुनौतियों पर चर्चा कर रहे थे। गौरतलब है कि डोनाल्ड ट्रंप संभवतः किम जोंग उन की उत्तर कोरिया के साथ कूटनीति के नए रास्ते खोलने की इच्छा रखते हैं। उन्होंने अपने पिछले कार्यकाल में भी ऐसा करने की कोशिश की थी। उन्होंने पहले ही एक इंटरव्यू के दौरान संकेत दिया है कि वह उत्तर कोरियाई नेता से संपर्क करेंगे।

ट्रंप ने किम को बताया था स्मार्ट
23 जनवरी को फॉक्स न्यूज के साथ इंटरव्यू में डोनाल्ड ट्रंप ने किम को एक स्मार्ट शख्सियत बताया था। साथ ही उन्होंने यह भी कहा था कि वह धार्मिक उन्मादी नहीं हैं। जब उनसे पूछा गया था कि क्या वह एक बार फिर किम से मिलने की कोशिश करेंगे? ट्रंप ने इसका जवाब हां में दिया था। ट्रंप की इन टिप्पणियों ने दोनों देशों के बीच कूटनीतिक संबंधों में सुधार की उम्मीद जताई थी। बता दें कि पहले कार्यकाल के दौरान ट्रंप ने किम से तीन बार मुलाकात की थी।

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इस दौरान उन्होंने किम के परमाणु कार्यक्रम का अंत करने पर चर्चा की थी। 2018-19 में ट्रंप की कूटनीति का दांव अमेरिका के नेतृत्व में उत्तर कोरिया पर लगाए गए प्रतिबंधों के कारण चल नहीं पाया था। इसके बावजूद ट्रंप ने किम के साथ अपने व्यक्तिगत संबंधों का बार-बार उल्लेख किया है।

उत्तर कोरिया का कैसा रिस्पांस
ट्रंप की किम से मिलने की चाहत को लेकर उत्तर कोरिया ने कभी सीधी टिप्पणी नहीं की। लेकिन लेकिन उसने अमेरिका के खिलाफ अपनी टकरावपूर्ण बयानबाजी बरकरार रखी है। साथ ही वह लगातार हथियार परीक्षण भी करता जा रहा है। पिछले हफ्ते, किम उस जगह पर पहुंचे थे, जहां पर उत्तर कोरिया परमाणु उत्पादन करता है। साथ ही ‘दुश्मनों’ द्वारा पैदा किए गए हालात का सामना करने के लिए उत्तर कोरिया की परमाणु क्षमता को बढ़ाने का आह्वान किया। किम का निशाना स्पष्ट रूप से अमेरिका और दक्षिण कोरिया ही हैं।

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