हिंदुओं पर भारत से रार, अब बांग्लादेशी सेना से बोले मोहम्मद यूनुस- युद्ध के लिए तैयार रहो
- मोहम्मद यूनुस ने रविवार को एक मिलिटरी ट्रेनिंग एरिया में बांग्लादेशी सेना के एक अहम युद्धाभ्यास में हिस्सा लिया। उन्होंने इस मौके पर सेना की तैयारियों की प्रशंसा करते हुए कहा कि किसी भी समय जरूरत पड़ने पर सेना को पूरे साहस और तैयारी के साथ युद्ध में कूदना होगा।
बांग्लादेश में हिंदू समुदाय पर हो रहे अत्याचारों को लेकर वहां की अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस से भारत की रार काफी दिनों से चल रही है। हिंदू अल्पसंख्यकों पर हमले को लेकर यूनुस सरकार पर लगातार सवाल उठ रहे हैं, लेकिन उनकी सरकार इन आरोपों को खारिज करती रही है और अपनी जिम्मेदारियों से बचने की कोशिश करती नजर आई है। इस बीच, रविवार को मोहम्मद यूनुस ने चटगांव स्थित मिलिटरी ट्रेनिंग एरिया में बांग्लादेशी सेना के एक प्रमुख युद्धाभ्यास में हिस्सा लिया। उन्होंने इस मौके पर सेना की तैयारियों की प्रशंसा करते हुए कहा कि किसी भी समय जरूरत पड़ने पर सेना को पूरे साहस और तैयारी के साथ युद्ध में उतरना होगा। विशेषज्ञों का मानना है कि इस अभ्यास के पीछे मोहम्मद यूनुस का असली मकसद अपनी सैन्य ताकत का प्रदर्शन करना था, ताकि अंतरराष्ट्रीय दबाव और आलोचनाओं के बीच वह अपनी स्थिति मजबूत कर सकें।
ढाका ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक, यूनुस ने अपने संबोधन में कहा, "युद्धाभ्यास वास्तविक युद्ध की तैयारी का महत्वपूर्ण हिस्सा है। सेना का मुख्य लक्ष्य हर परिस्थिति में देश की रक्षा करना और जीत सुनिश्चित करना है।" उन्होंने यह भी कहा, "हम शांति के पक्षधर हैं, लेकिन जब स्वतंत्रता और संप्रभुता का सवाल उठे तो हमें हर चुनौती का सामना करने के लिए तैयार रहना होगा।"
रविवार को मोहम्मद यूनुस दोपहर 12:36 बजे हेलीकॉप्टर से ढाका से रवाना होकर मिलिटरी ट्रेनिंग एरिया पहुंचे। उनका बांग्लादेश के सेनाध्यक्ष वाकर-उज-जमान, नौसेना प्रमुख एडमिरल एम. नजमुल हसन और वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल हसन महमूद खान ने स्वागत किया। यूनुस ने लगभग एक घंटे तक युद्धाभ्यास का निरीक्षण किया और इसके बाद समापन भाषण दिया।
यूनुस ने अपने भाषण में सेना की भूमिका को लेकर कहा, "देश की रक्षा के लिए सेना की यह तैयारी बेहद अहम है। मैं एक शांतिप्रिय व्यक्ति हूं और युद्ध के मुकाबले शांति के अभ्यास को प्राथमिकता देता हूं। लेकिन स्वतंत्रता और संप्रभुता की रक्षा के लिए हमारी तैयारियां कभी कमजोर नहीं होनी चाहिए।"
यूनुस का यह बयान ऐसे समय में आया है जब सरकार पर अल्पसंख्यकों की सुरक्षा को लेकर अंतरराष्ट्रीय दबाव बढ़ रहा है। यूनुस सरकार पर बांग्लादेश में हिंदू समुदाय पर हो रहे अत्याचारों को लेकर लगातार सवाल उठ रहे हैं। आरोप हैं कि यूनुस सरकार हिंदू समुदाय की सुरक्षा सुनिश्चित करने में नाकाम रही है। वहीं, यूनुस सरकार इन आरोपों को खारिज करती आई है। इन घटनाओं पर जब मोहम्मद यूनुस से प्रतिक्रिया मांगी गई, तो उन्होंने किसी भी प्रकार की लापरवाही से इनकार किया और कहा कि सरकार हर नागरिक की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है।
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