क्या है अमेरिका का आंदोलन 50501? ट्रंप के खिलाफ सड़कों पर उतरे लोग; मस्क के खिलाफ भी गुस्सा
- Movement 50501: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की नीतियों के खिलाफ कुछ लोगों ने आंदोलन 50501 शुरु किया है। इसे 50 राज्य, 50 विरोध एक दिन भी कहते हैं। इस आंदोलन में लोगों ने ट्रंप और मस्क के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और उनके खिलाफ जांच बैठाने की मांग की।

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की नीतियां दुनियाभर में चर्चा का विषय बनी हुई हैं। क्योंकि गाजा पट्टी, अवैध प्रवासी, ट्रांसजेंडर जैसे मुद्दों पर उनकी नीतियों ने अमेरिका से इतर बाहर भी लाखों लोगों को प्रभावित किया है। लेकिन अब लगभग दो हफ्ते पहले राष्ट्रपति पद की शपथ लेने वाले ट्रंप के खिलाफ अमेरिकी लोगों ने अपने झंडे़ बुलंद कर दिए हैं। अमेरिका के 50 राज्यों के लोगों ने आंदोलन 50501 की शुरुआत कर दी है। इस आंदोलन को 50 राज्यों में 50 विरोध एक दिन भी कहा जाता है।
सोशल मीडिया पर इस आंदोलन का ट्रेंड जबरदस्त है और इसके साथ ही इसे जमीनी स्तर पर भी समर्थन मिल रहा है। इस आंदोलन के तहत प्रदर्शन कर रहे लोग 5 फरवरी को विभिन्न राज्यों में लामबंद हुए। उन्होंने एक साथ मिलकर डोनाल्ड ट्रंप और एलन मस्क के खिलाफ नारेबाजी की। इस दौरान उन्होंने ट्रंप के खिलाफ जांच बैठाने और मस्क को निर्वासित करने की मांग रखी।
क्या है 50501 आंदोलन?
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की नीतियों का विरोध करने वाले लोगों ने सोशल मीडिया पर इनका विरोध शुरू किया। इस विरोध के लिए उन्होंने #buildtheresistance और #50501 जैसे हैशटैग्स का इस्तेमाल किया। बाद में इसे जमीनी स्तर पर भी शुरू किया गया, जिससे सभी लोगों का ध्यान इस पर गया। इस आंदोलन को 50 राज्यो में 50 विरोध एक ही दिन के तहत किया गया। राष्ट्रपति ट्रंप की नीतियों के खिलाफ यह एक बड़े प्रदर्शन के रूप में सामने आए इस आंदोलन के आयोजकों ने ट्रंप को हटाने और मस्क और ट्रंप के खिलाफ जांच करने की मांग की।
आंदोलनकारियों की तरफ से जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, उन्होंने कहा कि मस्क और ट्रंप के खिलाफ जांच बैठाई जाए, और उनके द्वारा जो भी नियुक्तियां की गई हैं उनकी जांच की जाए।
कैसे हुई आंदोलन की शुरुआत?
रिपोर्ट्स के मुताबिक 2024 के अंत में सोशल मीडिया पर इस कैंपन की शुरुआत ट्रंप के चुनावी अभियान के दौरान दिए जा रहे भाषणों के दौरान ही हो गई थी। लेकिन तब यह बहुत ही छोटे स्तर पर था। लेकिन जैसे-जैसे ट्रंप की जीत के बाद यह आदेश सामने आते गए तो लोगों ने इस आंदोलन से जुड़ना शुरू कर दिया। जैसे-जैसे आंदोलन ने गति पकड़नी शुरू की, कई लिबरल समूह और स्थानीय वकालत और इंडपेंडेंट कार्यकर्ताओं ने इसमें भाग लेना शुरू कर दिया।
इस आंदोलन के मुख्य आयोजकों में से एक एवर्ट ने यूएसए टुडे को बताया कि यह आंदोलन पहले एक रेडिट के पोस्ट से शुरु हुआ था। वहीं से हमारे कार्यकर्ताओं को हौसला मिला और हम संगठित होकर अपने कदम बढ़ाते रहे। उन्होंने कहा कि हम इसे और बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं। हमारा यह आंदोलन बहुत तेज गति से आगे बढ़ रहा है और हमें पता है कि यह बहुत कुछ सामने लाने की क्षमता रखता है।
इस आंदोलन के तहत अमेरिका के कई शहरों में जोरदार प्रदर्शन हुए डाउनटाउन ऑस्टिन, टेक्सास सहित कई शहरों में प्रदर्शनकारी सड़कों पर उतर आए। डेनवर में तो अवैध प्रवासियों को समर्थन में विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगों ने एलोन मस्क को देश के बाहर करने को लेकर नारे लगाए। उन्होंने कहा कि हमें प्रवासियों से कोई नफरत नहीं है, सभी का यहां पर स्वागत है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।