मोदी के खिलाफ बोलना पड़ गया भारी, मुइज्जू के भारत दौरे से पहले 'निपटाए' गए दो मंत्री
- चीन के पिछलग्गू कहे जाने वाले मोहम्मद मुइज्जू ने अपने उन दो मंत्रियों से इस्तीफा ले लिया हैं, जिन्होंने पीएम मोदी के खिलाफ अपशब्द कहे थे। मोहम्मद मुइज्जू के भारत दौरे पहले उनकी सरकार द्वारा यह कदम उठाया गया है।
Mohammad Muizzu News: मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू अब लगातार भारत से अपने रिश्ते सुधारने की दिशा में काम कर रहे हैं। चीन के पिछलग्गू कहे जाने वाले मुइज्जू ने अपने उन दो मंत्रियों से इस्तीफा ले लिया है, जिन्होंने पीएम मोदी के खिलाफ अपशब्द कहे थे। मोहम्मद मुइज्जू के भारत दौरे पहले उनकी सरकार द्वारा यह कदम उठाया गया है। मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने मंगलवार को घोषणा की कि वह बहुत जल्द भारत की आधिकारिक यात्रा करेंगे। उल्लेखनीय है कि यह घोषणा उस दिन की गई जब पीएम मोदी के खिलाफ अपशब्द कहने वाले मंत्रियों से इस्तीफा लिया गया।
एएफपी की रिपोर्ट के मुताबिक, मालदीव के राष्ट्रपति कार्यालय की प्रमुख प्रवक्ता हीना वलीद ने इस संबंध में जानकारी देते हुए कहा कि यात्रा की तारीख अभी तय नहीं की गई है, और दोनों देशों के नेताओं के लिए सुविधाजनक समय पर चर्चा चल रही है। मुइज्जू ने भारतीय प्रधानमंत्री मोदी के शपथग्रहण समारोह में 9 जून को नयी दिल्ली की यात्रा की थी, लेकिन उसके बाद उन्होंने सबसे पहले तुर्की और चीन का दौरा किया था।
हाल ही में, भारत और मालदीव के बीच संबंधों में तनाव देखा गया था विशेषकर जब मुइज्जू ने अपने पदभार संभालने के कुछ घंटों के भीतर भारत द्वारा मालदीव को उपहार में दिए गए तीन विमानन प्लेटफार्मों पर तैनात भारतीय सैन्यकर्मियों को वापस जाने को कहा था। इसके बाद, भारतीय सैन्यकर्मियों की जगह असैन्य कर्मियों ने ले ली थी। वहीं जनवरी में मालदीव के तीन उपमंत्रियों ने प्रधानमंत्री मोदी और भारत के खिलाफ सोशल मीडिया पर विवादित टिप्पणियां की थीं, जिससे दोनों देशों के बीच मतभेद और बढ़ गए थे।
मुइज्जू के भारत दौरे की घोषणा और मंत्रियों के इस्तीफे से यह संकेत मिलता है कि मालदीव अब भारत के साथ अपने संबंधों को सुधारने के प्रयास कर रहा है। हाल ही में भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अगस्त में मालदीव का दौरा किया था, जो मुइज्जू के राष्ट्रपति बनने के बाद से भारत की पहली उच्चस्तरीय यात्रा थी। इस यात्रा के दौरान दोनों देशों ने द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने की दिशा में बातचीत की थी।
मालदीव के राष्ट्रपति मुइज्जू का भारत दौरा एक महत्वपूर्ण कदम हो सकता है, जो दोनों देशों के बीच में स्थिरता और सहयोग की नई दिशा को संकेतित करता है। मुइज्जू के कार्यकाल के दौरान, मालदीव ने चीन समर्थक रुख अपनाया था लेकिन अब यह स्पष्ट हो रहा है कि वह भारत के साथ संबंधों को सुदृढ़ करने की दिशा में कदम बढ़ा रहा है।
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