अमेरिका छोड़ सकते हैं Linkedin को-फाउंडर Hoffman, डोनाल्ड ट्रंप से किस बात का खौफ
- द न्यूयॉर्क पोस्ट की रिपोर्ट है कि LinkedIn के को-फाउंडर हॉफमैन जल्द ही अमेरिका छोड़ने पर विचार कर रहे हैं। उन्होंने आशंका जताई है कि ट्रंप उनसे बदला ले सकते हैं।
अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप वापसी कर चुके हैं और आगामी 20 जनवरी को देश के 47वें राष्ट्रपति के तौर पर शपथ लेने को तैयार हैं। इस बीच चुनाव प्रचार के दौरान उनके विरोधियों के मन में डर बना हुआ है कि कहीं ट्रंप राष्ट्रपति बनते ही उनके खिलाफ ऐक्शन न लें। इन लोगों में एक हैं लिंक्डइन के को-फाउंडर और अरबपति कारोबारी रीड हऑफमैन। द न्यूयॉर्क पोस्ट की रिपोर्ट है कि हॉफमैन जल्द ही अमेरिका छोड़ने पर विचार कर रहे हैं। उन्होंने आशंका जताई है कि ट्रंप उनसे बदला ले सकते हैं। हॉफमैन ने चुनावी अभियान के दौरान ट्रंप पर जानलेवा हमलों के दौरान कहा था कि कि उनकी इच्छा है कि ट्रंप पर हमला कामयाब हो और वो शहीद कहलाएं।
रिपोर्ट के अनुसार, हॉफमैन के मन में डर घर कर गया है कि डोनाल्ड ट्रंप व्हाइट हाउस में अपनी शक्ति का इस्तेमाल अपने राजनीतिक दुश्मनों से बदला लेने के लिए कर सकते हैं। हॉफमैन उपराष्ट्रपति कमला हैरिस के कट्टर समर्थक के साथ डेमोक्रेटिक पार्टी के मेगा-डोनर भी रहे। उन्होंने हैरिस के अभियान को 10 मिलियन डॉलर तक का दान दिया था। हॉफमैन ने उस समय कहा था कि वह चाहते हैं कि डोनाल्ड ट्रंप इस असफल हत्या के प्रयास में “शहीद” बन जाएं।
हालांकि, रिपोर्ट में बताया जा रहा है कि हॉफमैन की ट्रंप के बदले की आशंकाओं के पीछे की सबसे अहम वजह कुछ और है। ई. जीन कैरोल नामक एक पूर्व न्यूयॉर्क पत्रिका लेखक द्वारा ट्रंप के खिलाफ दायर मानहानि के मुकदमे को हॉफमैन ने वित्तीय मदद की थी।
यह तब हुआ था जब जूरी ने ट्रंप को 1996 में कैरोल के साथ यौन दुर्व्यवहार करने का दोषी पाया था, जिसके लिए उन्हें 5 मिलियन डॉलर का हर्जाना दिया जाना था। तब ट्रंप ने दावा किया था कि वह बलात्कार के आरोपों के संबंध में झूठ बोल रही थीं।
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