लॉरेंस बिश्नोई का भाई अमेरिका के भूतिया जेल में कैद; सुनाई देती हैं रूहों की आवाजें, क्या है इतिहास
- कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का भाई अनमोल बिश्नोई फिलहाल अमेरिका के स्क्विरल केज जेल में कैद है। इस जेल को वास्तुकला के क्षेत्र में अनोखा माना जाता है। हालांकि यह जेल अपनी भूतिया प्रवृत्ति की वजह से भी मशहूर है।
बीते दिनों कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के छोटे भाई अनमोल बिश्नोई को अमेरिका में अवैध दस्तावेजों के साथ देश में घुसने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। 26 साल का अनमोल बिश्नोई कई हाई-प्रोफाइल मामलों में वांटेड है। 2022 में पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या में भी उसका नाम शामिल है। इसके अलावा वह पिछले महीने महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की हत्या और जून 2024 में अभिनेता सलमान खान के मुंबई स्थित घर के बाहर गोलीबारी के मामले में भी आरोपी है। अनमोल बिश्नोई फिलहाल अमेरिका के आयोवा में पोट्टावट्टामी काउंटी जेल में बंद है। इस जेल को 'स्क्विरल केज जेल' के नाम से भी जाना जाता है।
'स्क्विरल केज जेल' का इतिहास बेहद दिलचस्प रहा है। यह जेल अपने अनोखे वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध है। हालांकि इस जेल को लेकर कई ऐसी कहानियां भी हैं जो बेहद दिलचस्प हैं। 1885 में बनी यह जेल एक चर्च के मुर्दाघर के मैदान में बनाई गई थी। अमेरिका में बची हुई सिर्फ तीन रिवॉल्विंग जेलों में से एक यह जेल अपने खौफनाक और हैरतअंगेज करने वाले डिजाइन के लिए जानी जाती है। जेल में कुछ घूमने वाले सेल्स हैं जो एक दरवाजे के साथ जुड़े हुए हैं और एक गोलाकार संरचना के अंदर घूमते हैं। इस अजीबोगरीब डिजाइन के जरिए जेलर आसानी से किसी भी कैदी तक पहुंच सकते थे। इस जेल का उपयोग 1969 तक जेल के रूप में किया जाता था। 1971 मे इसे संरक्षण के लिए अधिग्रहित किया गया और एक संग्रहालय में बदल दिया गया।
अपने रूपांतरण के बाद से जेल ने काफी लोगों का ध्यान आकर्षित किया है। इसकी वजह थोड़ी डराने वाली है। जेल अक्सर अजीबोगरीब घटनाओं की वजह से चर्चा में रहा है। यहां कई बार पैरों के असाधारण निशान और रूहों की आवाज सुनाई देने का दावा किया गया है। कर्मचारियों और आगंतुकों ने अक्सर इस तरह की घटनाओं का जिक्र किया है। काउंसिल ब्लफ्स वेबसाइट पर एक लेख में संग्रहालय के प्रबंधक कैट स्लॉटर के हवाले से कहा गया है, "जेल के कई कर्मचारियों ने आवाजें, फुसफुसाहटें और सुनी हैं। उन्होंने दरवाजे हिलते भी देखे हैं। कुछ ने सीढ़ियों या दरवाजों के पिछले हिस्से पर काली परछाइयां भी चलती देखी हैं।"
इस जेल की इमारत के भीतर कम से कम चार मौतें हुई हैं। एक कैदी की दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई थी। दूसरा छत पर अपना नाम उकेरने की कोशिश करते हुए गिर गया था। एक अन्य कैदी ने आत्महत्या कर ली थी। वहीं एक दुर्घटना में एक गार्ड की गोली लगने से मौत हो गई। इस जेल की दीवारों पर इसके कई कुख्यात कैदियों के हस्ताक्षर और तारीखें अंकित हैं। ये निशान जेल के भयावह अतीत के सबूत हैं।
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