इराक में कैसे ढेर हुआ इस्लामिक स्टेट का प्रमुख आतंकी, सामने आया वीडियो; ट्रंप क्या बोले?
- एक सुरक्षा अधिकारी ने कहा कि ऑपरेशन पश्चिमी इराकी प्रांत अनबर में हवाई हमले द्वारा अंजाम दिया गया था। एक दूसरे अधिकारी के अनुसार, अल-रिफाई की मौत की पुष्टि शुक्रवार को हुई थी, लेकिन ऑपरेशन गुरुवार रात को हुआ।

इस्लामिक स्टेट (ISIS) का प्रमुख अब्दल्लाह माकी मोसलेह अल-रिफाई को इराक में एक अभियान के दौरान ढेर कर दिया गया। उसे अबु खदीजा के नाम से भी जाना जाता था। यह अभियान इराकी राष्ट्रीय खुफिया सेवा और अमेरिकी बलों ने चलाया। इराक के प्रधानमंत्री मोहम्मद शिया अल-सुदानी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने आतंकी के ढेर होने की घोषणा की। इराक के प्रधानमंत्री अल-सुदानी ने सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर एक बयान में कहा, ''इराक के लोग आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में अपनी प्रभावशाली जीत जारी रखे हुए हैं।'' इसके अलावा, डोनाल्ड ट्रंप ने आतंकी के ढेर होने पर कहा कि उसे ढूंढकर मार गिराया गया है।
व्हाइट हाउस ने शनिवार को एक्स पर अमेरिकी और इराकी बलों वाले ऑपरेशन का एक वीडियो भी जारी किया। यह ऑपरेशन 13 मार्च को किया गया था। सामने आए वीडियो में आईएस आतंकी पर एयर स्ट्राइक होते हुए देखी जा सकती है। व्हाइट हाउस ने 21 सेकंड का वीडियो जारी किया है, जिसमें आतंकी को टारगेट कर निशाना बनाते हुए देखा जा सकता है। वीडियो में एक के बाद एक, कुल दो धमाके दिखाई दे रहे हैं।
बयान में कहा गया कि अबु खदीजा आतंकवादी संगठन का डिप्टी खलीफा था और इराक तथा विश्व के सबसे खतरनाक आतंकवादियों में से एक था। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार रात अपने सोशल मीडिया मंच 'ट्रुथ' पर कहा, "आईएसआईएस के भगोड़े कट्टरपंथी को आज इराक में मार दिया गया। हमारे साहसी योद्धाओं ने इराकी सरकार और कुर्दिश क्षेत्रीय प्रशासन के सहयोग से उसे खोजकर मार गिराया।" ट्रंप ने कहा, "शक्ति के माध्यम से शांति!"
एक सुरक्षा अधिकारी ने कहा कि ऑपरेशन पश्चिमी इराकी प्रांत अनबर में हवाई हमले द्वारा अंजाम दिया गया था। एक दूसरे अधिकारी के अनुसार, अल-रिफाई की मौत की पुष्टि शुक्रवार को हुई थी, लेकिन ऑपरेशन गुरुवार रात को हुआ। उन्हें सार्वजनिक टिप्पणी करने की अनुमति नहीं थी, इसलिए उन्होंने नाम न बताने की शर्त पर बात की। यह घोषणा उसी दिन हुई जब सीरिया के शीर्ष राजनयिक की इराक की पहली यात्रा हुई, जिसके दौरान दोनों देशों ने आईएस से लड़ने के लिए मिलकर काम करने का संकल्प लिया।
इराकी विदेश मंत्री फौद हुसैन ने एक समाचार सम्मेलन में कहा कि सीरियाई और इराकी समाज के सामने आम चुनौतियां हैं, और खास तौर पर आईएस के आतंकवादी। उन्होंने कहा कि अधिकारियों ने यात्रा के दौरान आईएसआईएस की गतिविधियों के बारे में विस्तार से बात की, चाहे वह सीरिया-इराकी सीमा पर हो, सीरिया के अंदर हो या इराक के अंदर हो। हुसैन ने आईएस का सामना करने के लिए अम्मान में हाल ही में हुई बैठक में सीरिया, इराक, तुर्की, जॉर्डन और लेबनान द्वारा गठित एक ऑपरेशन रूम का भी जिक्र किया और कहा कि यह जल्द ही काम करना शुरू कर देगा। पूर्व सीरियाई राष्ट्रपति बशर अल-असद के पतन के बाद इराक और सीरिया के बीच संबंध कुछ हद तक तनावपूर्ण हो गए हैं। अल-सुदानी ईरान समर्थित गुटों के गठबंधन के समर्थन से सत्ता में आया था, और तेहरान असद का एक प्रमुख समर्थक था।
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