भारत की दोस्ती का कायल हुआ मालदीव, बुरे वक्त में मिली मदद के बाद कर रहा तारीफ
- भारत की इस मदद के बाद मालदीव ने भारत का आभार जताया है। मालदीव के विदेश मंत्री मूसा जमीर ने कहा है कि भारत सरकार की घोषणा मालदीव और भारत के बीच मैत्री के स्थायी बंधन को दिखाती है।
India Maldives News: एक समय भारत के खिलाफ जहर उगलने वाले मालदीव के आर्थिक संकट में फंसने के बाद नई दिल्ली ने माले की मदद की है। भारत ने मालदीव सरकार के अनुरोध पर एक और साल के लिए 50 मिलियन अमेरिकी डॉलर के ट्रेजरी बिल को आगे बढ़ाते हुए मालदीव की बजटीय सहायता की। अब भारत की इस मदद के बाद मालदीव ने भारत का आभार जताया है। बुरे वक्त में मिली मदद के बाद भारत की दोस्ती का मालदीव कायल हो गया है और वहां के विदेश मंत्री मूसा जमीर ने कहा है कि भारत सरकार की घोषणा मालदीव और भारत के बीच गहरी दोस्ती के संबंधों को दिखाती है।
पिछले साल मालदीव का राष्ट्रपति बनने के बाद मोहम्मद मुइज्जू चीन के ज्यादा करीब चले गए थे। उन्होंने भारत के खिलाफ नारे लगाते हुए चुनाव लड़ा था, जिसकी वजह से भारत-मालदीव के बीच रिश्ते खराब हो गए। हालांकि, जून में नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने के दौरान मोहम्मद मुइज्जू को नई दिल्ली की ओर से आमंत्रित किया गया था, जिसे दोनों देशों के बीच रिश्तों में सुधार लाने की तरह देखा गया। पिछले दिनों विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भी मालदीव की यात्रा की थी।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर एक पोस्ट में मालदीव के विदेश मंत्री जमीर ने कहा, "50 मिलियन अमेरिकी डॉलर के ट्रेजरी बिल के रोलओवर के साथ मालदीव को महत्वपूर्ण बजटीय सहायता प्रदान करने के लिए विदेश मंत्री एस जयशंकर और भारत सरकार के प्रति हार्दिक आभार। यह उदार भाव मालदीव और भारत के बीच मैत्री के स्थायी बंधन को दर्शाता है।" मालदीव सरकार के अनुरोध पर भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने मालदीव के वित्त मंत्रालय द्वारा जारी किए गए 50 मिलियन अमेरिकी डॉलर के सरकारी ट्रेजरी बिल (टी-बिल) को 19 सितंबर को पिछली सदस्यता की परिपक्वता पर एक और साल की अवधि के लिए सब्सक्राइब किया है।
इस साल भारत सरकार द्वारा दिया गया यह दूसरा रोलओवर है। इससे पहले मई में 50 मिलियन अमेरिकी डॉलर के ट्रेजरी बिल का पहला रोलओवर मालदीव को दिया गया था। प्रेस रिलीज में कहा गया है, "इससे पहले मई 2024 में, एसबीआई ने इसी तरह मालदीव सरकार के अनुरोध पर उसी तंत्र के तहत 50 मिलियन अमेरिकी डॉलर के टी-बिल सब्सक्राइब किए थे। ये सब्सक्रिप्शन मालदीव सरकार के विशेष अनुरोध पर आपातकालीन वित्तीय सहायता के रूप में किए गए हैं।" भारतीय उच्चायोग ने मालदीव को भारत का प्रमुख समुद्री पड़ोसी और भारत की पड़ोसी पहले नीति के तहत महत्वपूर्ण भागीदार बताया।
इससे पहले, अगस्त की शुरुआत में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मालदीव का दौरा किया था। विदेश मंत्रालय (एमईए) की विज्ञप्ति के अनुसार, माले की अपनी यात्रा के दौरान जयशंकर ने क्षमता निर्माण पर समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए और छह उच्च प्रभाव सामुदायिक विकास परियोजनाओं (एचआईसीडीपी) का उद्घाटन किया। बयान में कहा गया है कि जयशंकर ने मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू से भी मुलाकात की और विदेश मंत्री मूसा ज़मीर के साथ द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा की। मुइज्जू के साथ अपनी बैठक के दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से शुभकामनाएं दीं।
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