हमास को डोनाल्ड ट्रंप से उम्मीद, गाजा में बचे आखिरी अमेरिकी बंधक की होगी रिहाई
हमास को उम्मीद है कि डोनाल्ड ट्रंप के दखल से गाजा में सीजफायर हो सकता है। इजरायल के सख्त कदमों से गाजा में भुखमरी की स्थिति है। ऐसे में हमास ने आखिरी जीवित बचे अमेरिकी बंधक को रिहा करने का ऐलान किया है।
हमास ने कहा कि गाजा में अंतिम जीवित अमेरिकी बंधक एडन अलेक्जेंडर को संघर्षविराम स्थापित करने, क्षेत्र में सीमा चौकियों को पुनः खोलने और खाद्य सहायता की आपूर्ति फिर से शुरू करने के प्रयासों के तहत रिहा किया जाएगा। चरमपंथी समूह के बयान में यह नहीं बताया गया कि अमेरिकी बंधक की रिहाई कब होगी।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के इस सप्ताह होने वाले पश्चिम एशिया दौरे से ठीक पहले रविवार रात को यह घोषणा की गई। ट्रंप की इजराइल यात्रा की योजना नहीं है। अलेक्जेंडर एक इजराइली-अमेरिकी सैनिक है, जो अमेरिका में पला-बढ़ा। अलेक्जेंडर को सात अक्टूबर, 2023 को हमास के नेतृत्व में हुए हमलों के दौरान बंधक बनाया गया था।
बता दें कि गाजा में इजरायल अब भी हमले बंद नहीं किए हैं। बीती रात और रविवार को हुए इजराइली हमलों में 15 लोगों की मौत हो गई, जिनमें अधिकतर महिलाएं और बच्चे शामिल हैं। स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
नासिर अस्पताल के अनुसार, दो हमले दक्षिणी शहर खान यूनुस में तंबुओं पर हुए, जिनमें दो-दो बच्चों और उनके मां-बाप की मौत हो गई।
अस्पतालों और गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, गाजा शहर के एक इलाके में एक व्यक्ति और उसका बच्चा भी मारा गया। इसके अलावा, अन्य स्थानों पर सात और लोग मारे गए। इजराइली सेना ने केवल आतंकियों को निशाना बनाने और आम लोगों को नुकसान से बचने का प्रयास करने की बात कही है। उसने 19 महीने से जारी युद्ध में आम लोगों की मौत के लिए हमास को जिम्मेदार ठहराया है। उसने कहा है कि आतंकवादी घनी आबादी वाले इलाकों में छिपे हुए हैं। ताजा हमलों के बारे में इजराइल की ओर से तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई।
इजराइल ने 10 सप्ताह से अधिक समय से गाजा में भोजन और दवाओं समेत सभी तरह की चीजों की आपूर्ति पर पूरी तरह पाबंदी लगा रखी है। इजराइल इसे बंधकों की रिहाई के लिए हमास पर दबाव बनाने की रणनीति बता रहा है। इजराइल ने युद्धविराम को तोड़कर मार्च में दोबारा हमले शुरू किए थे। युद्धविराम लागू होने के बाद इजराइल के 30 से अधिक बंधकों की रिहाई हुई थी।
संयुक्त राष्ट्र और सहायता समूहों का कहना है कि खाने-पीने की चीजों की किल्लत होती जा रही है और बड़े पैमाने पर लोग भूख के शिकार हैं। इस बीच, अमेरिकी राष्ट्रपति इस सप्ताह पश्चिम एशिया क्षेत्र की यात्रा के तहत सऊदी अरब, कतर और संयुक्त अरब अमीरात का दौरा करेंगे। हालांकि वह इजराइल नहीं जाएंगे। ट्रंप प्रशासन इजराइल को पूर्ण समर्थन देने की बात कहता रहा है।
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