पहले दिया घाव अब लगा रहा मरहम, बलूचिस्तान के लिए क्या नया पैंतरा रच रहा पाक
- पाकिस्तान की सत्तारूढ़ पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज के मुखिया नवाज शरीफ सामने आए हैं। उन्होंने इस संकटग्रस्त सूबे के लिए राजनीतिक समाधान की बात की है और शांति के लिए खुद आगे बढ़ने का ऐलान किया है।

बलूचिस्तान की जमीन बार-बार खून से लाल हो रही है। अब जब वहां की सियासत और सड़कों पर गुस्से की लपटें उठ रही हैं, तो पाकिस्तान की सत्तारूढ़ पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज के मुखिया नवाज शरीफ सामने आए हैं। उन्होंने इस संकटग्रस्त सूबे के लिए राजनीतिक समाधान की बात की है और शांति के लिए खुद आगे बढ़ने का ऐलान किया है। मगर सवाल ये है कि क्या अब बलूच अवाम इस मरहम को मान लेगी, जब जख्म देने वाले वही हाथ हैं जो अब मरहम थामे खड़े हैं?
नवाज शरीफ का यह बयान ऐसे वक्त में आया है जब सेना प्रमुख असीम मुनीर ने बलूचिस्तान में विदेशी निवेशकों को सुरक्षा का भरोसा दिलाया है। यानी एक तरफ निवेश के लिए जमीन साफ की जा रही है, और दूसरी तरफ उस जमीन के असल वारिसों की लाशें मिल रही हैं। जति उमरा में डॉ. अब्दुल मलिक बलोच से मुलाकात के बाद नवाज शरीफ ने कहा कि बलूचिस्तान का मसला राजनीतिक है और इसका हल भी राजनीतिक तरीकों से होना चाहिए। वो जल्द ही वहां के दौरे पर जाएंगे और नाराज बलूचों से मिलेंगे। लेकिन क्या बलूच जनता अब महज बातों से बहल जाएगी?
दो दिनों में पाक में मिली 12 लाशें
बलूचिस्तान पोस्ट की रिपोर्ट बताती है कि सिर्फ दो दिनों में कम से कम 12 लाशें ऐसी मिली हैं जो पहले से लापता थे। इनमें से कई को उनके घरों से जबरन उठा लिया गया था। मारे गए युवाओं में हक नवाज बुजदार, शेरो बुजदार, गुल जमान, मेहराब, खान मोहम्मद, अब्दुल मलिक और नादिर बलोच जैसे नाम शामिल हैं। किसी पर कोई मुकदमा नहीं, कोई सफाई नहीं, बस गोलियों से छलनी लाशें और गमजदा परिवार हैं।
कारगर साबित होगी नवाज शरीफ की घुट्टी?
बरखान, बोलेदा, खुजदार और मश्के जैसे इलाकों से खबरें आ रही हैं कि पाक सेना गुमशुदा नौजवानों को मार कर फर्जी मुठभेड़ों की कहानी गढ़ रही है। उनके परिवारों को न लाशें सौंपी जा रही हैं, न इंसाफ मिल रहा है। अब यह सवाल कर रही है कि नवाज शरीफ के बयान क्या सिर्फ एक सियासी दांव हैं? क्या ये वही नजरिया है जो दशकों से बलूचों को हाशिए पर रखता आया है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।