जॉर्जिया मेलोनी के देश को क्यों कहते हैं 'यूरोप का भारत', कैसा है यह कनेक्शन
- Europe ka Bharat: भारत और इटली के बीच ऐतिहासिक भौगोलिक और आर्थिक समानताएं होने के कारण इसे यूरोप का भारत कहा जाता है। दोनों ही देशों की अर्थव्यवस्था कृषि पर ही आधारित है।
भारत और इटली के बीच में काफी समानताएं देखी जा सकती है। यह समानताएं इस हद तक हैं कि इटली को यूरोप के भारत की संज्ञा दी जाने लगी। यह सबसे पहले किसने कहा या किसने यह संज्ञा दी यह तो अज्ञात है लेकिन जिसने भी कहा उसने ठीक ही कहा है। भारत और इटली के बीच वर्तमान समय की समानता यह है कि दोनों ही देश कृषि पर आधारित अर्थव्यवस्था पर टिके हुए हैं। लेकिन इनके समान होने में कृषि ही एकमात्र कारण नहीं है। इन दोनों के बीच में ऐतिहासिक, भौगोलिक रूप से भी कई समानताएं देखने को मिलती है।
ऐतिहासिक रूप से समानता
ज्ञात सबूतों के आधार पर भारत और इटली के बीच के लोगों के बीच में पिछले 2000 सालों से व्यापार होता आ रहा है। इसके इतर इतिहास में जैसे भारत में धार्मिक और आध्यात्म पर जोर दिया जाता रहा वैसे ही इटली में भी इसी पर जोर दिया गया। भारत में ऐतिहासिक रूप से काशी और बनारस जैसे ऐतिहासिक नगर पाए जाते हैं वैसे ही इटली में भी ईसाई धर्म के सबसे पवित्र शहर रोम की एक अलग ही पहचान है।
आर्थिक रूप में समानता
भारत एक उष्ण कटिबंधीय जलवायु वाला देश है। यहां उत्तर से दक्षिण की तरफ जाने में जलवायु की विविधता अलग नजर आ जाती है। ठीक उसी प्रकार इटली की जलवायु में भी काफी विविधता पाई जाती है। इस वजह से यहां भी भारत की ही तरह विभिन्न प्रकार की फसलें की जा सकती है। भारत और इटली दोनों ही अपनी जलवायु के हिसाब से कृषि के मामले में बहुत बेहतर प्रदर्शन करते हैं। वर्तमान स्थिति में देखें तो भारत और इटली दोनों ही कृषि से इतर अपनी अर्थव्यवस्था को मैन्यूफैक्चरिंग और सर्विस सेक्टर में आगे बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं।
भौगोलिक रूप से समानता
इटली और भारत के बीच में समानता उनकी भौगोलिक स्थिति में भी है। दोनों ही देश अपने-अपने महाद्वीपों के दक्षिणी भाग में स्थित हैं। भारत के उत्तरी भाग में सबसे ऊपर हिमालय पर्वत स्थित है तो इटली के उत्तरी भाग में सबसे ऊपर आल्प्स पर्वत स्थित है। भारत एक प्रायद्वीपीय देश के रूप में स्थित है तो इटली भी उसी तरीके से अपनी भौगोलिक सीमा को समेटे हुए है। भारत के पूर्व में बंगाल की खाड़ी अपना विस्तार किए हुए है तो इटली के पूर्व में एड्रियाटिक सागर और थोड़ा नीचे आने पर टोरांटो की खाड़ी स्थित है। इसके अलावा जैसे दक्षिण में भारत की सीमा खत्म होने के बाद एक नया देश श्रीलंका आ जाता है उसी तरह से इटली के पश्चिम-दक्षिण में भी सिसिली नामक द्वीपीय देश स्थित है। भारत और श्रीलंका के बीच में पाक जलसंधि है तो वहीं इटली और सिसली के बीच में मेस्सिना जलसंधि है।
जिस प्रकार भारत में हिमालय से निकलने वाली गंगा नदी को पवित्र माना जाता है। ठीक उसी प्रकार इटली में भी आल्पस पर्वत से निकलने वाली पो नदी को पवित्र माना जाता है। चूंकि उत्तर में आल्प्स पर्वत श्रृंखला के होने के कारण इटली में बहुत सारी नदियां बहती है। इस कारण से यहां पर खेती के लिए योग्य जमीन बहुत बहुतायत मात्रा में पाई जाती है। भारत की ही तरह यहां की जमीन भी काफी उपजाऊ होती है।
इसके अलावा भी कई ऐसे कारण है जिनके आधार पर हम कह सकते है कि जिसने भी इटली को यूरोप का भारत कहा है उसने एक दम सटीक बात कही है।
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