कनाडा की तानाशाही खत्म कर दूंगा; डोनाल्ड ट्रंप ने जस्टिन ट्रूडो को दी खुली धमकी? क्या है सच्चाई
- Donald Trump Fact Check: क्लिप को सुनकर लगता है कि जैसे ट्रंप की आवाज है और कहते हैं कि मिस्टर ट्रूडो, अगर कनाडा में फिर से चुने जाते हैं, तो मैं व्यक्तिगत रूप से उन्हें गिरफ्तार करवा दूंगा।
डोनाल्ड ट्रंप दूसरी बार अमेरिका के राष्ट्रपति बनने जा रहे हैं। हाल ही में आए चुनावी नतीजों में ट्रंप ने कमला हैरिस को बड़े मार्जिन से हरा दिया। रिपब्लिकन कैंडिडेट रहे ट्रंप की जीत के बाद उनका एक ऑडियो-वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि वे कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो को धमकी दे रहे हैं। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म टिकटॉक पर यह वीडियो विदेशों में खूब वायरल हो रहा है। इस क्लिप को सुनकर ऐसा लगता है कि जैसे डोनाल्ड ट्रंप की आवाज है और कहते हुए सुनाई दे रहे हैं, ''मिस्टर ट्रूडो... अगर कनाडा में फिर से चुने जाते हैं, तो मैं व्यक्तिगत रूप से उन्हें गिरफ्तार करवा दूंगा, अगर उन्होंने अमेरिका में एक भी पैर रखा और मैं कनाडा के सभी लोगों पर एहसान करूंगा। मैं कनाडा की तानाशाही को हमेशा के लिए खत्म कर दूंगा। मजबूत रहो, कनाडा, हमारे पड़ोसी, हमारे भाई। गॉड ब्लेस यू ऑल। थैंक्यू।''
सोशल मीडिया पर डोनाल्ड ट्रंप की आवाज वाली यह पोस्ट काफी वायरल हो रही है। हालांकि, 'लॉजिकली फैक्ट्स' ने जब इसका फैक्ट चेक किया तो उसे रिकॉर्ड में डोनाल्ड ट्रंप का कोई भी इस तरह का बयान नहीं मिला। एक्सपर्ट्स ने बताया कि इसकी ज्यादा संभावनाएं हैं कि इसका ऑडियो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) के जरिए बनाया गया हो। यूसी बर्कले स्कूल ऑफ इंफॉर्मेशन के प्रोफेसर हनी फरीद ने 'लॉजिकली फैक्ट्स' को बताया, "मैंने इस ऑडियो का विश्लेषण एक ऐसे मॉडल के साथ किया है, जो वास्तविक और एआई-जनरेटेड आवाजों में अंतर करने के लिए प्रशिक्षित है। मॉडल ने पूरे विश्वास के साथ इस रिकॉर्डिंग को एआई-जनरेटेड बताया है।"
वहीं, फ्राउनहोफर इंस्टीट्यूट फॉर एप्लाइड एंड इंटीग्रेटेड सिक्योरिटी के मशीन-लर्निंग रिसर्च साइंटिस्ट निकोलस मुलर ने अपने प्लेटफॉर्म डीपफेक टोटल पर उसी ऑडियो को टेस्ट किया। मुलर ने बताया, "एआई सिस्टम ने बताया कि यह ऑडियो फेक है।'' ट्रंप के ऑडियो को 99.9 फीसदी का 'डीपफेक स्कोर' दिया। यह रिजल्ट बताता है कि कनाडा को धमकी देने वाले ट्रंप के इस ऑडियो के डीपफेक होने की संभावना 99.9 प्रतिशत है।
वहीं, कहा जाता है कि इंटरनेट पर गूगल में सबकुछ मिलता है। जब ट्रंप का यह बयान गूगल पर सर्च किया गया तो इस तरह का कोई बयान नहीं मिला। डोनाल्ड ट्रंप के प्रेसिडेंट बनने के बाद कनाडाई प्रधानमंत्री ट्रूडो द्वारा उन्हें दोबारा राष्ट्रपति चुने जाने की बधाई देता हुआ मैसेज जरूर मिला। गूगल के नतीजों से भी साफ हो गया कि ट्रंप ने ट्रूडो को धमकी नहीं दी थी, बल्कि यह ऑडियो एआई से तैयार किया गया था। इसके अलावा, वायरल क्लिप में, ऑडियो के साथ ट्रंप और ट्रूडो की दो अगल-बगल की तस्वीरें हैं। जब रिवर्स इमेज से सर्च किया गया तो पता चला कि ये तस्वीरें भी हाल की नहीं हैं। जहां ट्रूडो की फोटो 2021 की है। वहीं, दोनों की एक साथ क्लिक की गई फोटो साल 2017 में ट्रूडो की व्हाइट हाउस की यात्रा के दौरान ली गई थी।
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