किसी को नहीं छोडूंगा, चीन को तो..; टैरिफ वॉर से पीछे हटने से डोनाल्ड ट्रंप का इनकार
- Trump tariff: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रविवार को कहा कि अमेरिका व्यापारिक घाटा बढ़ाने वाले किसी भी देश को रियायत नहीं देगा। खासतौर पर चीन के लिए कोई रियायत नहीं है, जो अमेरिका के साथ दशकों से व्यापारिक दुर्व्यवहार कर रहा है।

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने टैरिफ वॉर को लेकर एक बार फिर से अपनी मंशा साफ कर दी है। ट्रंप ने रविवार को बयान जारी करते हुए कहा कि अमेरिका ऐसे किसी भी देश को नहीं छोड़ेगा, जिसने अमेरिका के साथ व्यापारिक घाटे के आधार पर काम किया है। मुख्य तौर पर चीन, जिसने लंबे समय से हमें व्यापारिक रूप से हमारे साथ बुरा व्यवहार किया है।
सोशल मीडिया साइट ट्रुथ सोशल पर एक पोस्ट करते हुए ट्रंप ने कहा कि हम किसी भी देश को टैरिफ में रियायत नहीं देने जा रहे हैं। जो भी लोग टैरिफ में रियायत की अफवाह फैला रहे हैं वह यह जानते हैं कि ऐसा कुछ नहीं हुआ है। शुक्रवार को भी ऐसी कोई घोषणा नहीं की गई है.. जिन उत्पादों को लेकर यह बात चल रही है। वह फेंटेनाइल से संबंधित है, जो कि 20 प्रतिशत फेंटेनाइट टैरिफ वाली श्रेणी में जा रहे हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति का यह बयान उस खबर के संबंध में आया है, जिसमें कहा गया था कि ट्रंप प्रशासन ने स्मार्टफोन और इलेक्ट्रोनिक्स को टैरिफ से बाहर कर दिया है।
राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि अमेरिकी प्रशासन ने पूरे सेमीकंडक्टर और इलेक्ट्रोनिक उत्पादों के वैश्विक सप्लाई चैन की जांच की है। इससे एक बात साफ तौर पर निकल कर सामने आई है कि हमें संयुक्त राज्य अमेरिका में विनिर्माण करने की जरूरत है। हम अन्य देशों विशेष रूप से चीन जैसे दुश्मन देशों के भरोसे नहीं रह सकते.. न ही हम उनके बंधक बनाए जा सकते हैं।
ट्रंप ने कहा कि चीन जैसे देश अमेरिका और अमेरिकी नागरिकों का अपमान करने के लिए अपनी शक्ति के भीतर किसी भी हद तक जा सकते हैं। दशकों से उन्होंने हमारे साथ व्यापारिक दुर्व्यवहार करना जारी रखा है। अब वह दिन गए जब वह हमारे साथ ऐसा करते थे अब हम इसे और आगे जारी रखने की अनुमति नहीं देंगे।
ट्रंप के इस बयान के दूसरी तरफ अमेरिका के वित्त मंत्री हॉवर्ड लुटनिक ने रविवार को प्रशासन की तरफ से स्मार्टफोन और लैपटॉप जैसी इलेक्ट्रोनिक वस्तुओं पर दी गई टैरिफ छूट को अस्थाई करार दिया। उन्होंने कहा कि यह राहत केवल उस वक्त तक के लिए है जब तक ट्रंप प्रशासन सेमीकंडक्टर उद्योग के लिए कोई नई योजना तैयार नहीं कर लेता।
इसके बाद ट्रंप की तरफ से इस बात का ऐलान किया गया गया कि वह अगले हफ्ते वह सेमीकंडक्टर पर नए टैरिफ की घोषणा करेंगे।
आपको बता दें कि ट्रंप ने सत्ता में आने के साथ ही कई देशों पर टैरिफ लगाने की अपनी मंशा का ऐलान कर दिया था। हालांकि, बाद में ट्रंप ने कई देशों को राहत देने के उद्देश्य से टैरिफों में 90 दिनों की रोक का ऐलान कर दिया। अमेरिका टैरिफ में रोक के ऐलान के बीच में चीन ने अमेरिका के टैरिफ के सामने और टैरिफ की घोषणा कर दी। चीन के इस फैसले से भड़ककर ट्रंप ने चीन के ऊपर टैरिफ जारी रखें।
परस्पर चले इस टैरिफ युद्ध में दोनों देशों ने एक दूसरे के ऊपर क्रमशः 145 और 125 प्रतिशत टैरिफ का ऐलान कर दिया। शुक्रवार को अमेरिकी पक्ष की तरफ से चीन पर थोड़ा दवाब कम करते हुए इलेक्ट्रोनिक सामान पर लगे टैरिफ में छूट दे दी।
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