जरूरत पड़ी तो सेना की मदद लूंगा... राष्ट्रपति बनने से पहले डोनाल्ड ट्रंप ने अवैध प्रवासियों पर दे दी चेतावनी
- अमेरिका में राष्ट्रपति पद की शपथ लेने से पहले ही डोनाल्ड ट्रंप ने अपने खतरनाक इरादे साफ कर दिए हैं। उन्होंने कहा कि अवैध प्रवासियों को खदेड़ने के लिए अगर सेना की जरूरत पड़े तो वो ऐसा करेंगे।
डोनाल्ड ट्रंप आगामी 20 जनवरी को अमेरिका के राष्ट्रपति पद की शपथ ले लेंगे। राष्ट्रपति बनने के बाद ट्रंप का पहला कदम क्या होगा? इसे लेकर तमाम तरह के कयास लग रहे हैं। दुनियाभर की सरकारों की अमेरिका पर ही नजरें टिकी हैं। इस बीच ट्रंप ने अपने इरादे जता दिए। सोमवार को उन्होंने पुष्टि की कि वह सीमा सुरक्षा पर राष्ट्रीय आपातकाल घोषित करने और अवैध प्रवासियों को देश से बाहर खदेड़ने के लिए अमेरिकी सेना का उपयोग करने की योजना बना रहे हैं। चुनाव अभियान के दौरान भी ट्रंप ने अवैध प्रवासियों का मुद्दा प्रमुखता से उठाया था। ट्रंप ने बाइडेन प्रशासन पर अवैध प्रवासियों को बसाने और अमेरिका में लूटपाट और रेप के लिए अवैध प्रवासियों को ही जिम्मेदार ठहराया था। ट्रंप के मुताबिक, अमेरिका में अपराध की मूल जड़ अवैध प्रवासी ही हैं। अनुमान के मुताबिक अमेरिका में करीब 11 मिलियन लोग बिना दस्तावेजों के अमेरिका में रह रहे हैं।
डोनाल्ड ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर एक समर्थक के हालिया पोस्ट पर रिएक्शन दिया है। उस पोस्ट में कहा गया था कि राष्ट्रपति-चुनाव के बाद अब नई सरकार"राष्ट्रीय आपातकाल घोषित करने के लिए तैयार है और सामूहिक निर्वासन कार्यक्रम के माध्यम से बाइडेन प्रशासन के पैसले को पलटने के लिए को सेना का उपयोग होगा।" रीपोस्ट के साथ ट्ंप ने टिप्पणी की, "सच!"
गौरतलब है कि डोनाल्ड ट्रंप ने बीते 5 नवंबर को डेमोक्रेट कमला हैरिस को करारी शिकस्त देकर राष्ट्रपति पद पर धमाकेदार वापसी की। वह आप्रवासन कट्टरपंथियों को शामिल करते हुए एक कैबिनेट की घोषणा कर चुके हैं। जिसमें पूर्व आप्रवासन और सीमा शुल्क प्रवर्तन कार्यकारी प्रमुख टॉम होमन को अवैध प्रवासियों को खदेड़ने की जिम्मेदारी भी दे चुके हैं। होमन ने जुलाई में रिपब्लिकन नेशनल कन्वेंशन में समर्थकों से कहा था, "हमारे देश में जो बाइडेन द्वारा बसाए गए लाखों अवैध अप्रवासियों के लिए एक संदेश- बेहतर होगा कि आप अभी से पैकिंग शुरू कर दें।"
1 करोड़ से अधिक आबादी पर असर
अधिकारियों का अनुमान है कि लगभग 11 मिलियन (1 करोड़ से अधिक) लोग संयुक्त राज्य अमेरिका में अवैध रूप से रह रहे हैं। ट्रंप की निर्वासन योजना का सीधा असर लगभग 20 मिलियन परिवारों पर पड़ने की उम्मीद है। जबकि अमेरिकी सरकार मेक्सिको के साथ अपनी दक्षिणी सीमा का प्रबंधन करने के लिए वर्षों से संघर्ष कर रही है। ट्रंप ने यह दावा करके चिंताएं बढ़ा दी हैं कि अवैध प्रवासियों द्वारा देश में हमला किया जा रहा है, ये अमेरिकियों का बलात्कार और हत्या करेंगे।
अपने अभियान के दौरान, ट्रंप ने बार-बार गैर-दस्तावेजी अप्रवासियों के खिलाफ आवाज उठाई। ट्रंप ने अवैध प्रवासियों को खदेड़ने की प्लानिंग पर खुलकर बात नहीं की है, लेकिन उनके इरादे साफ है। आलोचकों का कहना है कि यह कानून पुराना हो चुका है और इसका सबसे हालिया उपयोग द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान जापानी-अमेरिकियों को बिना नजरबंदी शिविरों में रखने के लिए किया गया है।
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