अब चिड़िया चुग गई खेत; ट्रूडो ने माना प्रवासियों के मुद्दे पर फेल हो गई कनाडा सरकार
- प्रवासी संकट से जूझते कनाडा में अब प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने सार्वजनिक तौर पर कुछ नीतियों को लेकर अपनी गलती मानी है। ट्रूडो ने कहा है कि प्रवासियों को लेकर नीतियां बनाने में उनकी सरकार से कुछ गलतियां हुई है।
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने स्वीकार किया है कि उनकी सरकार ने कुछ गलतियां की हैं जिसकी वजह से देश में प्रवासियों की संख्या रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई है। ट्रूडो ने रविवार को अपने आधिकारिक YouTube चैनल पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में यह बातें कही हैं। जस्टिन ट्रूडो ने वीडियो में कहा, "पिछले दो सालों में हमारी जनसंख्या तेजी से बढ़ी है। नकली कॉलेज और बड़े कॉपरशंस अपने स्वार्थ के लिए हमारी प्रवासी नीतियों का गलत इस्तेमाल कर रहे हैं।" ट्रूडो ने कहा है कि COVID-19 महामारी के बाद उन्होंने देश में श्रमिकों को लाने की मांग थी। उन्होंने कहा, “हमने श्रमिकों को आमंत्रित किया क्योंकि उस वक्त यह सही विकल्प था। हमारी अर्थव्यवस्था बढ़ी। रेस्तरां और स्टोर फिर से खुल गए, व्यवसाय चलते रहे, लेकिन सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि बहुत से अर्थशास्त्रियों की भविष्यवाणियों के बावजूद हमने मंदी को टाल दिया। कुछ लोगों ने इसे सिस्टम को धोखा देने के लिए मुनाफा कमाने के अवसर के रूप में देखा।"
ट्रूडो ने आगे कहा, "बहुत से कॉलेज और विश्वविद्यालय अपने मुनाफे को बढ़ाने के लिए अंतरराष्ट्रीय छात्रों का इस्तेमाल करते हैं। इस धोखाधड़ी को रोकने की जरूरत है।" उन्होंने कुछ शैक्षणिक संस्थानों द्वारा घरेलू छात्रों द्वारा भुगतान की जाने वाली राशि की तुलना में अंतरराष्ट्रीय छात्रों से दसियों हजार डॉलर अधिक वसूलने में सक्षम होने के लिए जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा, "कुछ बुरे लोग हैं जो नौकरियों, डिप्लोमा और नागरिकता के आसान रास्ते के वादों के साथ अप्रवासियों को निशाना बनाते हैं।" ट्रूडो ने यह भी स्वीकार किया कि कनाडा ने इन चुनौतियों का जवाब देने में देर कर दी थी। उन्होंने कहा, "जब महामारी के बाद स्थिति ठंडी पड़ गई और व्यवसायों को अब अतिरिक्त श्रमिकों की जरूरत नहीं थी तो हम तेजी से काम कर सकते थे।" उन्होंने कहा कि कनाडा अगले दो सालों के लिए प्रभावी रूप से जनसंख्या वृद्धि को रोकना चाहता है और 2027 के बाद से यह धीरे-धीरे एक स्थायी गति से फिर से बढ़ना शुरू कर देगा।
गौरतलब है कि कनाडा ने परमानेंट रेजिडेंस की संख्या में लगातार कटौती की है। 24 अक्टूबर को इमिग्रेशन, रिफ्यूजीज एंड सिटिजनशिप कनाडा, IRCC द्वारा घोषित नई योजना में 2025 में प्रस्तावित 5,00,000 से 395,000 तक की कमी देखी जाएगी। इसी तरह 2026 के लिए यह संख्या 5,00,000 से घटाकर 380,000 की जा रही है। 2027 के लिए लक्ष्य 3,65,000 है। इस साल जारी किए जाने वाले पीआर की संख्या 4,85,000 थी। 18 सितंबर को, IRCC ने कहा कि 2025 के लिए स्टडी परमिट जारी करने की सीमा 4,37,000 होगी जो इस साल के लिए 485,000 के लक्ष्य से कम है।
प्रवासियों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी की वजह से कनाडा में घरों के दाम बढ़ने के साथ-साथ लोगों को जीवन-यापन की समस्याओं से भी जूझना पड़ रहा है। इससे सत्तारूढ़ लिबरल पार्टी की अगले चुनावों में सत्ता में वापसी की संभावनाएं भी कम हो रही हैं। कनाडा में अक्टूबर 2025 में चुनाव होने को हैं। इससे पहले ट्रूडो शासन को हाउस ऑफ कॉमन्स में अविश्वास प्रस्ताव जैसी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।
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