अमेरिका की टैरिफ चाल बेअसर, भारत ने निकाला मास्टरस्ट्रोक; बना रहा धांसू रणनीति
- मोदी सरकार अमेरिका के साथ व्यापार समझौते के तहत टैरिफ में कुछ कटौती करने को तैयार है, लेकिन यह कटौती एकतरफा नहीं होगी। भारत ने इसके लिए क्या रणनीति तैयार की है आइए जानते हैं।

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा लाए गए हाई टैरिफ से कई देश बिलबिलाए हुए हैं। मगर भारत इसके लिए अमेरिका पर निशाना साधने के बावजूद एक ठोस रणनीति तैयार करनी शुरू कर दी है। मोदी सरकार अमेरिका के साथ व्यापार समझौते के तहत टैरिफ में कुछ कटौती करने को तैयार है, लेकिन यह कटौती एकतरफा नहीं होगी। भारत ने इसके लिए क्या रणनीति तैयार की है आइए जानते हैं।
भारत ने क्या बनाई रणनीति
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, भारत ने साफ कर दिया है कि चीन जैसे आक्रामक पड़ोसी के कारण वह सभी व्यापारिक साझेदारों के लिए शुल्क में व्यापक कमी नहीं कर सकता, बल्कि अमेरिका के साथ द्विपक्षीय आधार पर चर्चा करने के लिए इच्छुक है। इसके बदले भारत सेवा क्षेत्र और व्यवसायियों के लिए वीजा नियमों में राहत की उम्मीद कर रहा है।
रिपोर्ट के मुताबिक, भारत की औसत टैरिफ दर करीब 17% है, जो पहले से ही घटी हुई है और विश्व व्यापार संगठन की 50% सीमा के भीतर आती है। इसके बावजूद अमेरिका की ओर से लगातार टैरिफ को लेकर दबाव बनाया जा रहा है। सरकार ने अन्य मंत्रालयों और विभागों से परामर्श शुरू कर दिया है, लेकिन फिलहाल ट्रंप प्रशासन की व्यापार टीम के पूरी तरह से तैयार होने का इंतजार किया जा रहा है। इस बीच, भारतीय अधिकारी अमेरिकी रिसिप्रोकल टैरिफ नीति पर कड़ी नजर बनाए हुए हैं, ताकि यह स्पष्ट हो सके कि यह देश-विशेष होगी या उत्पाद-विशेष, और क्या इसमें गैर-टैरिफ बाधाओं को भी जोड़ा जाएगा।
अमेरिका के दबाव में भारत पहले ही बर्बन व्हिस्की और मोटरसाइकिलों पर टैरिफ घटा चुका है, जिसका सीधा फायदा अमेरिकी ब्रांड हार्ले डेविडसन को हुआ है। हालांकि, इसके बाद भी अमेरिका भारत पर और अधिक कटौती का दबाव बना रहा है। भारत सरकार अपनी रणनीति को सार्वजनिक नहीं करना चाहती, क्योंकि उसे डर है कि इससे उसकी बातचीत की शक्ति कमजोर हो सकती है। फिलहाल वाणिज्य और वित्त मंत्रालय के अधिकारी टैरिफ स्तरों का समग्र और सूक्ष्म स्तर पर आकलन कर रहे हैं ताकि मजबूत वार्ता नीति तैयार की जा सके।
भारत संभल कर रख रहा कदम
इसके अलावा, अमेरिकी वाणिज्य विभाग की टैरिफ समीक्षा के बाद भारत के खिलाफ जांच की संभावना भी जताई जा रही है। ऐसे में भारत अपने पत्ते संभलकर खेल रहा है, ताकि किसी भी संभावित जांच का प्रभावी जवाब दिया जा सके। कुल मिलाकर, भारत ने अमेरिकी टैरिफ नीति को लेकर पूरी तैयारी कर रखी है और किसी भी तरह के व्यापारिक नुकसान से बचने के लिए आक्रामक लेकिन संतुलित रुख अपनाने की योजना बना रहा है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।