अमेरिका के आसमान में दिखा विशालकाय पोस्टर, बांग्लादेश के हिंदुओं पर हमले को लेकर विरोध
- न्यूयॉर्क की हडसन नदी पर एक एयरलाइन बैनर में बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार को रोकने के लिए नारे लिखे हुए दिखे।
अमेरिका के न्यूयॉर्क के आसमानों में गुरुवार को एक अजीबों-गरीब नजारा देखने को मिला। बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रही हिंसा की खबरों के बीच लोगों ने विरोध के लिए एक अनोखी तरकीब निकाली। अमेरिका के हिंदुओं के समूहों ने न्यूयॉर्क में एक विशालकाय एयरलाइन बैनर फहराया। इस बैनर में बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार को रोकने के लिए वैश्विक समुदाय से जल्द से जल्द कार्रवाई करने की अपील की गई थी। यह बैनर हडसन नदी के ऊपर फहराया गया और इसने स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी के चारों ओर चक्कर भी लगाया।
गौरतलब है कि 2022 में अमेरिकी कांग्रेस के रिजॉल्यूशन के मुताबिक बांग्लादेश में 1971 के नरसंहार के दौरान 2.8 मिलियन लोगों की मौत हुई थी और कम से कम 2 लाख हिंदू महिलाओं के साथ बलात्कार हुआ था। तब से बांग्लादेश की हिंदू आबादी 1971 में 20 प्रतिशत से घटकर आज केवल 8.9 प्रतिशत रह गई है। हिंसा, लिंचिंग, नाबालिग लड़कियों के अपहरण, और जबरन नौकरी से इस्तीफा देने की हालिया घटनाओं के बीच लगभग 2 लाख से अधिक हिंदू प्रभावित हुए हैं। साथ ही उनकी संपत्ति भी जब्त की गई है। यह देश में रहने वाले 13 से 15 मिलियन हिंदुओं के लिए एक गंभीर खतरा है। 5 अगस्त 2024 से हिंदुओं पर लगभग 250 हमले और 1,000 से अधिक ऐसी घटनाएं सामने आईं हैं।
बांग्लादेश हिंदू समुदाय के सीतांगशु गुहा और बैनर के इस कार्यक्रम आयोजकों में से एक ने इस खतरे के बारे में बात करते हुए कहा, "बांग्लादेश में हिंदू खत्म होने के कगार पर हैं। उम्मीद है कि इससे दुनिया में जागरूकता बढ़ेगी और संयुक्त राष्ट्र बांग्लादेश में उग्रवादी इस्लामी ताकतों के पीड़ितों को बचाने के लिए कार्रवाई करने के लिए प्रेरित होगा। उन्होंने आगे कहा, “अगर बांग्लादेश हिंदू मुक्त हो जाता है तो यह अफ़गानिस्तान 2.0 बन जाएगा और आतंकवादी पड़ोसी भारत और पश्चिम सहित दुनिया के अन्य हिस्सों में फैल जाएंगे। यह समस्या सबके लिए है।"
अमेरिका के न्यू जर्सी में श्री गीता संघ के संस्थापक सुरजीत चौधरी ने बांग्लादेश सरकार से हिंदू समुदाय के खिलाफ सभी हिंसा को रोकने और लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं के माध्यम से राजनीतिक मतभेदों को दूर करने का आग्रह किया। मानवीय संस्थाएं बांग्लादेश में बिगड़ती स्थितियों पर बारीकी से नज़र रख रही हैं। उन्हें डर है कि बढ़ती हिंसा बड़े पैमाने पर नरसंहार का कारण बन सकती है। जब तक कि हिंसा बंद नहीं हो जाती और अपराधियों को सजा नहीं मिलती अमेरिकियों से बांग्लादेशी कपड़ो का बहिष्कार करने की भी अपील की जा रही है जो देश की निर्यात आय का 85 प्रतिशत हिस्सा है। बांग्लादेशी कपड़ो के प्रमुख खरीदारों में शामिल वॉलमार्ट, एचएंडएम, गैप इंक., टारगेट, पीवीएच कॉर्प और वीएफ कॉरपोरेशन के अधिकारियों से बांग्लादेश से शिपमेंट रोकने की अपील की गई है। अमेरिका में यहूदी समुदाय ने भी हिंदू अल्पसंख्यकों के साथ एकजुटता दिखाई है।
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