आश्रम संपत्ति पर शिमला में बवाल, पुलिस पर भी पत्थरबाजी; कांस्टेबल घायल
- संजौली मस्जिद विवाद के बाद राजधानी शिमला में एक आश्रम की सम्पति को लेकर दो पक्षों के भिड़ने का मामला सामने आया है। शिमला शहर में विधानसभा के पास रामकृष्ण मिशन के आश्रम में देर रात भारी हंगामा हुआ। आइए जानते हैं पूरा मामला क्या है।
संजौली मस्जिद विवाद के बाद राजधानी शिमला में एक आश्रम की सम्पति को लेकर दो पक्षों के भिड़ने का मामला सामने आया है। शिमला शहर में विधानसभा के समीप रामकृष्ण मिशन के आश्रम में देर रात भारी हंगामा हुआ। आश्रम और मंदिर के सम्पति विवाद को लेकर दोनों पक्षों के बीच टकराव देखने को मिला। इस दौरान पथरबाजी भी हुई। इस घटना में तीन कांस्टेबल चोटिल हुए हैं। पुलिस ने मौके पर पहुंच कर स्थिति को संभाला। इस घटना को लेकर पुलिस ने दो अलग-अलग एफआईआर दर्ज की है।
ABVP और भाजपा कार्यकर्ताओं ने की पत्थरबाजी: एसपी
घटना को लेकर जानकारी देते हुए एसपी संजीव कुमार गांधी ने बताया कि स्वामी राम कृष्ण आश्रम में हुई हिंसा में कुछ लोग घायल हुए हैं। गांधी ने बताया कि आश्रम के कुछ लोग इकट्ठा होकर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे, इस दौरान एबीवीपी और भाजपा कार्यकर्ताओं ने पत्थरबाजी शुरू कर दी। एसपी ने बताया कि कार्यकर्ताओं पर एफआईआर दर्ज कर ली गई है और मामले की जांच की जा रही है।
क्या है पूरा मामला
मामले के अनुसार राम कृष्ण मिशन और ब्रह्मो समाज के बीच मंदिर और आश्रम की सम्पति को लेकर विवाद चल रहा है। यह मुद्दा सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है। वर्तमान में आश्रम का संचालन राम कृष्ण मिशन संस्था के पास है। बीती रात अचानक ब्रह्मो समाज के लोग आश्रम परिसर में पहुंचे और काफी देर तक पूजा अर्चना करने लगे। इस पर आश्रम के सचिव ने भक्तों को मंदिर बन्द करने का हवाला दिया और मंदिर को खाली करने को कहा, जिस पर विवाद बढ़ गया। ब्रह्मो समाज के लोगों ने मंदिर से बाहर जाने से मना कर दिया। इस पर दोनों पक्ष भिड़ गए। घटना की सूचना मिलने पर पुलिस और प्रशासन के अधिकारी मौके पर जा पहुंचे और दोनों पक्षों को शांति कायम रखने के लिए समझाया।
पुलिस ने दर्ज की दो अलग-अलग एफआईआर
इस पूरी घटना को लेकर शिमला पुलिस ने दो अलग-अलग एफआईआर दर्ज की हैं। पहली एफआईआर में कांस्टेबल पूर्ण चंद ने पुलिस में शिकायत दी है कि शनिवार शाम 5:40 बजे राम कृष्ण मिशन आश्रम में स्वामी तिनमहिमानन्द के प्रवचन के दौरान दर्शन करने करीब 50-60 महिला व पुरूष मन्दिर परिसर में आए तथा का प्रवचन समाप्त होने के बाद भी सभी लोग बाहर नहीं आए और मन्दिर के अन्दर अपने धर्म का कलश स्थापित करने लग गए। इस पर स्वामी तिनमहिमानन्द ने इनको कलश स्थापित करने के लिए मना किया तो यह नहीं माने और अपने मन्त्र के साथ कलश स्थापित करने की कार्यवाही शुरू कर दी। वे किसी को अन्दर नहीं जाने दे रहे थे और दोनों दरवाजों पर बैठ गए। मौके पर पुलिस व एसडीएम आए और दोनों पक्षों को समझाया और कानून व्यवस्था बनाए रखने की अपील की। लेकिन बाहर से आये ब्रहम समाज के लोग अन्दर और बाहर बैठ कर पूजा करने लगे तथा दूसरी तरफ रामकृष्ण मिशन के अनुयायी बैठ गए और नारे लगाने लगे और चेतावनी देने लगे कि इन लोगों को यहाँ से नहीं उठाया तो यह लोग इनको निकाल देंगे। इस पर रामकृष्ण मिशन के अनुयायियों में एक महिला ने कुर्सी उठाकर दुसरी तरफ महिलाओं पर कुर्सी फेंकी और फिर देखते-देखते एक दुसरे पर पथराव शुरू कर दिया।
पुलिस ने दोनों पक्षों को रोकने की कोशिश की लेकिन पुलिस पर भी पथराव हुआ। पुलिस ने सुरक्षा की दृष्टि से मन्दिर परिसर में बैठे लोगों को वहां से उठने के लिए कहा और जब वह वहाँ से नहीं हटे तो पुलिस ने शान्तिपूर्ण तरीके से उनकी सुरक्षा के लिए वहाँ से उठाना चाहा लेकिन वहां बैठे लोग उठ कर अन्दर मन्दिर में घुस गए। उन्होंने मन्दिर को अन्दर से बंद कर लिया। रामकृष्ण मिशन के लोगों ने डंडों से पत्थरों गमलों से दूसरे पक्ष के साथ मारपीट की है। अन्दर वालों ने माईक तोडकर बाहर को मारे है। जिससे मन्दिर परिसर का नुकसान हुआ है और लोगों को चोटें आयी हैं। इस पर शिमला पुलिस ने बीएनएस की धारा 298, 194 (2), 191 (2), 191 (3), 190, 115 (2), 324 (4), 352, 351 (2) के तहत एफआईआर दर्ज की है।
वहीं दूसरी एफआईआर कांस्टेबल साहिल की शिकायत पर दर्ज हुई है। कांस्टेबल साहिल ने शिकायत में कहा है कि वह तुरंत पुलिस बल के सदस्यों के साथ रामकृष्ण मिशन आश्रम में ड्यूटी पर तैनात थे। रामकृष्ण मिशन आश्रम के सदस्यों और अनुयायियों ने मंदिर परिसर के बरामदे में रखी कुर्सी को उठाकर दुसरे पक्ष ब्रह्मो समाज की महिलाओं पर फेंका। इस दौरान हुई पत्थर लगने से कॉन्स्टेबल चोटिल हुए हैं। पुलिस ने शिकायत के आधार पर बीएनएस की धारा 132, 121, 221 के तहत केस दर्ज किया है।
रिपोर्ट : युके शर्मा
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