पाकिस्तान से तनाव के बीच हिमाचल में सुरक्षा कड़ी, ऊना जिले में आज स्कूल कॉलेज बंद
भारत-पाकिस्तान के बीच बेहद तनावपूर्ण हालात के बीच हिमाचल के सीमावर्ती ऊना जिले में 9 मई शुक्रवार को सभी सरकारी और निजी शिक्षण संस्थानों को बंद रखने के आदेश जारी किए गए हैं।

पाकिस्तान से तनाव के बीच हिमाचल प्रदेश के सीमावर्ती ऊना जिले में 9 मई शुक्रवार को सभी सरकारी और निजी शिक्षण संस्थानों को बंद रखने के आदेश जारी किए गए हैं। जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) के अध्यक्ष और उपायुक्त ऊना जतिन लाल ने यह आदेश आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 की धारा 34 (एम) के तहत जारी किए हैं। आदेश में स्पष्ट किया गया है कि यह निर्णय छात्रों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए एहतियातन लिया गया है।
जिला प्रशासन की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि ऊना जिले के सभी स्कूल, कॉलेज, आईटीआई, वोकेशनल ट्रेनिंग सेंटर और आंगनबाड़ी केंद्र 9 मई को बंद रहेंगे। उपायुक्त ने सभी शैक्षणिक संस्थानों के प्रमुखों को इस आदेश की सख्ती से अनुपालना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। प्रशासन की ओर से यह भी कहा गया है कि जरूरत पड़ने पर आगे और भी दिशा-निर्देश जारी किए जा सकते हैं।
पाकिस्तान की ओर से पंजाब के सीमावर्ती इलाकों पर ड्रोन और मिसाइल हमले किए गए हैं। हालांकि भारत ने इन हमलों का मुंहतोड़ जवाब देते हुए इन्हें ध्वस्त कर दिया है। गुरुवार की रात पंजाब की राजधानी चंडीगढ़ और मोहाली में ब्लैकआउट कर दिया गया था। हिमाचल का ऊना जिला पंजाब की सीमा से सटा होने के कारण संवेदनशील श्रेणी में आता है। इसी कारण यहां एहतियातन शिक्षण संस्थानों को बंद करने का निर्णय लिया गया है।
प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू पहले ही ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद सभी उपायुक्तों और पुलिस अधीक्षकों को हाई अलर्ट पर रहने के निर्देश दे चुके हैं। राज्य सरकार ने सभी जिला उपायुक्तों को अपने-अपने क्षेत्र की परिस्थितियों को देखते हुए स्कूलों और कॉलेजों को बंद करने अथवा खुले रखने का निर्णय लेने के लिए अधिकृत किया है। इसी कड़ी में ऊना जिला प्रशासन ने यह आदेश जारी किए हैं।
गौरतलब है कि गुरुवार शाम को धर्मशाला में चल रहे आईपीएल मैच को भी सुरक्षा कारणों से बीच में रोक दिया गया था और स्टेडियम को खाली करवाया गया। यह निर्णय भी राज्य की बढ़ी हुई सतर्कता का हिस्सा था।
राज्य सरकार द्वारा सीमावर्ती जिलों सहित पूरे प्रदेश में सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत कर दिया गया है। तिब्बत सीमा से लगते इलाकों के अलावा जम्मू-कश्मीर और पंजाब से सटी सीमाओं पर भी चौकसी बढ़ा दी गई है। प्रमुख बांधों, बिजली परियोजनाओं, धार्मिक स्थलों और भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में भी सुरक्षा बलों की तैनाती को मजबूत किया गया है।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने हाल ही में शिमला में एक उच्चस्तरीय बैठक की अध्यक्षता करते हुए प्रदेश में सुरक्षा प्रबंधों की विस्तार से समीक्षा की और अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रदेश की सीमाओं और संवेदनशील स्थानों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम सुनिश्चित किए जाएं। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि मौजूदा परिस्थितियों को देखते हुए सभी जिलों में प्रशासन को पूरी तरह चौकस रहना होगा और स्थानीय स्तर पर आवश्यक निर्णय लेने के लिए पूरी छूट दी गई है।
रिपोर्ट- यूके शर्मा
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