हिमाचल प्रदेश में बढ़ी ठंड, सबसे ज्यादा तापमान कहां? IMD ने दिया अपडेट
- हिमाचल प्रदेश में एक महीने से वर्षा न होने से शुष्क ठंड पड़ रही है। आगामी एक हफ्ते तक मौसम में कोई बदलाव नहीं आएगा। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने सात नवम्बर तक बारिश-बर्फबारी की संभावना से इनकार किया है। आइए जानते हैं पूरे प्रदेश के मौसम का हाल।
हिमाचल प्रदेश में एक महीने से वर्षा न होने से शुष्क ठंड पड़ रही है। आगामी एक हफ्ते तक मौसम में कोई बदलाव नहीं आएगा। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने सात नवम्बर तक बारिश-बर्फबारी की संभावना से इनकार किया है। इस दौरान दिन का पारा सामान्य बना रहेगा, लेकिन न्यूनतम तापमान में गिरावट आने से रातें सर्द होंगी। राज्य के जनजातीय और उच्च पर्वतीय इलाकों में न्यूनतम पारा लगातार गिर रहा है। लाहौल-स्पीति में तो पिछले कई दिनों से पारा माइनस में बना हुआ है। मैदानी इलाकों में भी सर्दी बढ़ रही है। सोलन और सुंदरनगर की रातें हिल्स स्टेशन शिमला से ज्यादा ठंडी है।
मौसम विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक शुक्रवार को शिमला में न्यूनतम तापमान 11.2 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से 1.2 डिग्री ज्यादा है। जबकि सोलन में न्यूनतम पारा 10 डिग्री और सुंदरनगर में 8.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। लाहौल-स्पीति जिला का ताबो सबसे ठंडा स्थल रहा, जहां न्यूनतम पारा -2 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। इसी जिला के कुकुमसेरी में पारा 1.2 डिग्री, समधो में 5.1 डिग्री, केलंग में 2.3 डिग्री सेल्सियस रहा। वहीं दूसरे जनजातीय जिला किन्नौर की बात करें तो यहां के कल्पा में 5 और रिकांगपिओ में 9.1 डिग्री सेल्सियस रहा। अन्य प्रमुख शहरों के तापमान पर नजर डालें तो मनाली में 6.8 डिग्री, भुंतर में 8 डिग्री, कुफ़री में 10.6 डिग्री, नारकंडा में 8.8 डिग्री, सराहन में 9 डिग्री, सैंज में 9.7 डिग्री और बजुआरा में 7.9 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया।
इसके अलावा धर्मशाला में न्यूनतम तापमान 15.3 डिग्री, नाहन में 15.9 डिग्री, पालमपुर में 11.5 डिग्री, कांगड़ा में 12.7 डिग्री, मंडी में 11.3 डिग्री, हमीरपुर में 12, बिलासपुर में 12.5 डिग्री, चम्बा में 11.3 डिग्री, जुब्बड़हट्टी में 15 डिग्री और डल्हौजी में 15.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। बीते 24 घण्टे में राज्य के औसतन न्यूनतम तापमान में 0.6 डिग्री की गिरावट आई वहीं औसतन न्यूनतम तापमान सामान्य से 1.3 डिग्री सेल्सियस ज्यादा रहा।
123 वर्षों में अक्टूबर महीने में तीसरी बार सबसे कम बारिश
मौसम विभाग की रिपोर्ट के अनुसार 123 वर्षो में वर्ष 1901 से 2024 तक इस बार अक्टूबर महीने में तीसरी बार सबसे कम वर्षा हुई है। वर्ष 1955 में अक्टूबर महीने में सबसे ज्यादा 413 मिलीमीटर वर्षा हुई थी। जबकि इस बार महज 0.7 मिमी वर्षा हुई, जबकि 25.1 मिमी वर्षा को सामान्य माना गया है। इस तरह इस साल अक्टूबर महीने में सामान्य से 97 फीसदी कम वर्षा हुई।
रिपोर्ट : यूके शर्मा
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।