भारत-चीन सीमा पर ड्रोन का मामला, मंत्री के बयान पर बिफरे राज्यपाल; बताया अनुचित
हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला ने शनिवार को किन्नौर जिले में भारत-चीन सीमा पर देखे गए ड्रोन पर राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी के बयान को अनुचित बताया।
हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला ने शनिवार को किन्नौर जिले में भारत-चीन सीमा पर देखे गए ड्रोन पर राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी के बयान को अनुचित बताया। किन्नौर निर्वाचन क्षेत्र से विधायक राजस्व मंत्री नेगी ने सोमवार को कहा था कि किन्नौर जिले में भारत-चीन सीमा पर ड्रोन देखे गए थे और संभवतः उनका उपयोग निगरानी और जासूसी उद्देश्यों के लिए किया जा रहा था।
नेगी के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए, राज्यपाल ने कहा कि आज के युग में किसी में भी हमारी सीमाओं का अतिक्रमण करने का साहस नहीं है। और यदि कोई ड्रोन देखा भी जाता है तो मामले की सूचना केंद्र सरकार को दी जानी चाहिए। ऐसा बयान अनुचित है और ऐसा नहीं किया जाना चाहिए। शिमला में मीडियाकर्मियों से बात करते हुए राज्यपाल ने कहा, ''मुझे लगता है कि यह मामला केंद्र सरकार का है, राज्य सरकार का नहीं।''
राजस्व और बागवानी मंत्री ने सोमवार को कहा था कि शिप्की ला और ऋषिडोगरी, दोनों में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) तक सड़कें बनाने का काम चल रहा है। चीन के इन ड्रोनों द्वारा निगरानी और जासूसी की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है।
मंत्री ने केंद्र सरकार से इस मामले पर ध्यान देने और आवश्यक निर्देश जारी करने का आग्रह किया था। उन्होंने केंद्र सरकार से भारतीय अंतरिक्ष का उल्लंघन करने वाले चीनी ड्रोनों पर कड़ा संज्ञान लेने और आवश्यक कार्रवाई करने को कहा था।किन्नौर और लाहौल और स्पीति के आदिवासी जिले चीन के साथ 240 किमी लंबी सीमा साझा करते हैं, जो नौ ऊंचाई वाले पहाड़ी दर्रों से होकर गुजरती है।
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