Earthquake In Chamba : सुबह-सुबह भूकंप के झटकों से हिला हिमाचल का चंबा, कोई नुकसान नहीं
हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले में सोमवार तड़के धरती एक बार फिर हिली। सुबह 5:41 बजे आए भूकंप के झटकों से कुछ पल के लिए दहशत का माहौल बन गया। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार, रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 2.7 मापी गई।

हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले में सोमवार तड़के धरती एक बार फिर हिली। सुबह 5:41 बजे आए भूकंप के झटकों से कुछ पल के लिए दहशत का माहौल बन गया। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार, रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 2.7 मापी गई। हालांकि, भूकंप के झटकों से किसी प्रकार के जान-माल के नुकसान की खबर नहीं है। भूकंप का केंद्र चम्बा में 32.79 डिग्री उत्तरी अक्षांश और 76.20 डिग्री पूर्वी देशांतर पर स्थित रहा। इसकी गहराई जमीन की सतह से 5 किलोमीटर नीचे रिकॉर्ड की गई।
राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के एक अधिकारी ने बताया कि भूकंप की तीव्रता काफी कम थी। इस कारण चंबा जिले व आसपास के क्षेत्रों में किसी भी तरह के नुकसान की कोई रिपोर्ट नहीं मिली है। भूकंप के झटके महसूस होते ही लोग सतर्क हो गए और स्थिति सामान्य रही।
गौरतलब है कि हिमाचल प्रदेश भूकंप की दृष्टि से देश के सबसे संवेदनशील क्षेत्रों में शामिल है। राज्य का अधिकांश भाग भूकंपीय जोन-4 और जोन-5 में आता है। इसी संवेदनशीलता के चलते चंबा, कांगड़ा, मंडी, लाहौल-स्पीति, किन्नौर और शिमला जैसे जिलों में समय-समय पर हल्के भूकंप के झटके महसूस होते रहे हैं। बीते कुछ वर्षों में राज्य में बार-बार भूकंप के झटकों ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है।
इतिहास गवाह है कि हिमाचल प्रदेश में भूकंप से भारी तबाही हो चुकी है। वर्ष 1905 में कांगड़ा और चंबा जिलों में आए भीषण भूकंप में 10 हजार से अधिक लोगों की जान गई थी और व्यापक स्तर पर तबाही हुई थी। उस त्रासदी की याद आज भी प्रदेश के लोगों के मन में ताजा है।
राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण लगातार लोगों को जागरूक करने के प्रयास कर रहा है। भूकंप के समय खुद को सुरक्षित रखने के लिए जरूरी उपायों की जानकारी दी जा रही है। स्कूलों, दफ्तरों और सार्वजनिक स्थलों पर भूकंप से बचाव के लिए मॉक ड्रिल भी कराई जाती हैं। चंबा सहित हिमाचल के अन्य जिलों में बीते कुछ समय में कई बार 2 से 4 रिक्टर स्केल की तीव्रता वाले भूकंप आ चुके हैं। हालांकि अब तक कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ है। लेकिन लगातार झटकों ने लोगों के मन में डर जरूर बैठा दिया है।
हिमाचल में खिली धूप, पहली मई से बरसेंगे बादल
हिमाचल प्रदेश में सोमवार को मौसम साफ बना हुआ है और ज्यादातर इलाकों में खिली है। खासतौर पर मैदानी जिलों में गर्मी और उमस ने लोगों को परेशान कर रही है। ऊना में पिछले कल रविवार को अधिकतम तापमान 42 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो इस सीजन का अब तक का सबसे अधिक तापमान है। इसके अलावा अन्य मैदानी इलाकों में भी तापमान 40 डिग्री के पार पहुंच गया है।
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार अगले दो दिनों तक प्रदेश में मौसम शुष्क और गर्म बना रहेगा। मैदानी इलाकों में गर्म हवाएं चलने की संभावना है, जबकि मध्यम और ऊंचाई वाले क्षेत्रों में भी तापमान सामान्य से अधिक बना रह सकता है। लोगों को लू से बचने के लिए सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।
हालांकि एक मई से मौसम में बदलाव की संभावना जताई गई है। मौसम विभाग ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से प्रदेश भर में बादल घिर सकते हैं और बारिश के साथ ऊंचे पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी भी हो सकती है। 1, 2 और 3 मई को प्रदेश के अधिकांश जिलों में हल्की से मध्यम बारिश के आसार हैं।
फिलहाल मौसम विभाग ने किसी तरह का येलो या ऑरेंज अलर्ट जारी नहीं किया है। बारिश से तापमान में गिरावट आने की संभावना है जिससे गर्मी से कुछ राहत मिल सकती है।
रिपोर्ट : यूके शर्मा
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